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स्वदेशी उत्पादों के प्रति गर्व और आत्मनिर्भरता की भावना जगाएंगे एसजेएम कार्यकर्ता

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अगरतला, त्रिपुरा

स्वदेशी जागरण मंच (एसजेएम) द्वारा आयोजित दो दिवसीय विचार वर्ग में निर्णय लिया गया कि ‘स्वदेशी सुरक्षा एवं स्वावलंबन अभियान’ को त्रिपुरा प्रदेश के हर गांव तक पहुंचाया जाएगा। इसका उद्देश्य लोगों में स्वदेशी उत्पादों के प्रति गर्व और आत्मनिर्भरता की भावना जगाना है। एसजेएम का मानना है कि विदेशी कंपनियां भारत से मुनाफा कमा कर अपने देशों में ले जाती हैं और भारत-विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देती हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए एसजेएम कार्यकर्ता हर परिवार को स्वदेशी और विदेशी सामान की सूची देंगे, ताकि लोग स्वदेशी विकल्प चुन सकें, साथ ही स्थानीय उत्पादों को प्राथमिकता देने के प्रति जागरूक हों। अखिल भारतीय संघर्ष वाहिनी प्रमुख अन्नदा शंकर पाणिग्रही ने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपनी आदतों और व्यवहार में स्वदेशी वस्तुओं को प्राथमिकता दें। उनका मानना है कि यदि युवा इस दिशा में आगे बढ़ें तो देश को आर्थिक रूप से बड़ा लाभ होगा। त्रिपुरा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. गंगा प्रसाद प्रसाईं ने सुझाव दिया कि व्यापारी स्वदेशी वस्तुओं का आग्रह रखें, जिससे लोग उन्हें अधिक खरीदें। उन्होंने चीन की व्यापारिक नीतियों से सीखने की आवश्यकता भी बताई। प्रो. दीपक शर्मा, क्षेत्र संयोजक, स्वदेशी जागरण मंच ने बताया कि हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेनाओं ने स्वदेशी हथियारों का उपयोग कर देश की ताकत का प्रदर्शन किया है। भारत में युवाओं के लिए अपार संभावनाएं हैं और वे उद्यमिता के जरिए देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकते हैं। कार्यक्रम में संघ और अन्य संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भी ‘राष्ट्र प्रथम एवं स्वदेशी आवश्यक’ का संकल्प लिया।

डॉ. सुनील कलई को प्रांत संपर्क प्रमुख, सुब्रत गोप को प्रांत संघर्ष वाहिनी प्रमुख एवं त्रिपुरा के छह अन्य जिलों में जिला संयोजक, सह संयोजक, युवा प्रमुख, पर्यावरण प्रमुख आदि दायित्व की घोषणा की गई। अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख, त्रिपुरा प्रांत संयोजक शिवाजी बोस, प्रांत समन्वयक सीए रतन दास, प्रांत सह संयोजक सुब्रत नंदी, प्रांत प्रचार प्रमुख ओम प्रकाश झा, प्रांत पूर्णकालिक राजीव देब ने भी विचार रखे। संचालन डॉ. विश्वबंधु ने किया।