- महिला सुरक्षा के लिए पैनिक बटन और लोकेशन डिवाइस से लैस
- दिल्ली, पंजाब, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश—से भी बसें संचालित की जाएंगी
- महाकुंभ को एक यादगार अनुभव बनाने की दिशा में एक कदम
प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं की यात्रा को सुविधाजनक और सुरक्षित बनाने के लिए उत्तर प्रदेश रोडवेज ने बड़े स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी हैं। गुरुवार को प्रयागराज पहुंचे यूपी रोडवेज के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने बताया कि महाकुंभ के विभिन्न स्नान पर्वों पर तकरीबन 7000 रोडवेज बसों का संचालन किया जाएगा। इन बसों में लोकेशन डिवाइस और महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए पैनिक बटन लगाए जाएंगे।
महिला यात्रियों के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था -
महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सभी बसों में पैनिक बटन लगाया गया है। किसी भी परेशानी की स्थिति में महिला यात्री इस बटन का उपयोग कर तुरंत सहायता प्राप्त कर सकेंगी। लोकेशन डिवाइस की मदद से यात्री और उनके परिजन बस की सटीक स्थिति का पता लगा सकेंगे।
सभी बसें पूरी तरह फिट और चालक-परिचालक वर्दी में -
प्रबंध निदेशक सरवर ने झूंसी रोडवेज वर्कशॉप के निरीक्षण के दौरान बताया कि महाकुंभ के लिए इस्तेमाल होने वाली सभी बसें तकनीकी रूप से पूरी तरह फिट होंगी। सभी बसों के चालक और परिचालक वर्दी और नेम प्लेट के साथ अपनी ड्यूटी करेंगे। यदि किसी यात्री को चालक या परिचालक से असुविधा होती है, तो उनके नाम के साथ हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत दर्ज कराई जा सकेगी।
550 शटल बसों का संचालन -
महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ को ध्यान में रखते हुए रोडवेज 550 शटल बसें भी चलाएगा। ये शटल बसें स्थायी और अस्थायी बस अड्डों से संचालित की जाएंगी। मेला प्रशासन के निर्देशानुसार इन बसों का संचालन सुनिश्चित किया जाएगा।
आठ राज्यों की बसें भी लेंगी हिस्सा -
महाकुंभ के प्रमुख स्नान पर्वों पर उत्तर प्रदेश के अलावा आठ अन्य राज्यों—दिल्ली, पंजाब, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश—से भी बसें संचालित की जाएंगी। इन राज्यों में रोडवेज बसों के माध्यम से लोगों को महाकुंभ में आने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। बसों की संख्या मेला प्रशासन और भीड़ के अनुमान के आधार पर तय की जाएगी।
रोडवेज अफसरों की ड्यूटी तय -
महाकुंभ के दौरान बस संचालन की निगरानी के लिए सभी जिलों से रोडवेज के आरएम, एसएम, और एआरएम की ड्यूटी 10 जनवरी तक तय कर दी जाएगी। 13 जनवरी को पहले स्नान पर्व से यह ड्यूटी शुरू हो जाएगी। सभी अधिकारी प्रयागराज के स्थायी और अस्थायी बस अड्डों पर तैनात रहेंगे।
विशेष सुविधाएं और निर्देशिका का विमोचन -
प्रबंध निदेशक ने बताया कि महाकुंभ के लिए विशेष बस अड्डे तैयार किए जा रहे हैं। झूंसी में अस्थायी बस अड्डे का निरीक्षण करते हुए उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता दी जा रही है। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ निर्देशिका का भी विमोचन किया।
अतिरिक्त बसों की तैयारी -
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए रोडवेज ने अतिरिक्त बसों की तैयारी भी कर रखी है। स्नान पर्वों पर यात्रियों की जरूरत के मुताबिक इन बसों को संचालन में लाया जाएगा।
महाकुंभ को लेकर रोडवेज की व्यापक तैयारी -
महाकुंभ 2025 को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश रोडवेज ने सुगम यात्रा, महिला सुरक्षा, और यात्री सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया है। अधिकारियों और कर्मचारियों को यात्रियों के लिए उत्कृष्ट सेवा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। मेला प्रशासन और रोडवेज की यह सामूहिक तैयारी महाकुंभ को एक यादगार अनुभव बनाने की दिशा में एक कदम है।