उत्तर प्रदेश
पर्यावरण संरक्षण आज के समय की सबसे बड़ी ज़रूरत बन गई है। बढ़ते प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और हरियाली की कमी को देखते हुए सरकारों द्वारा समय-समय पर कई कदम उठाए जाते हैं। इसी दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बड़ी और प्रेरणादायक पहल की है। इस पहल का उद्देश्य न केवल पर्यावरण को सुरक्षित और हरा-भरा बनाना है, बल्कि देश की एकता, समाज में जागरूकता और शहीदों व महापुरुषों के योगदान को सम्मान देना भी है।
बताते चलें की उत्तर प्रदेश
सरकार पूरे राज्य में ‘शौर्य वन’, ‘अटल वन’, ‘एकता वन’, ‘एकलव्य वन’, ‘ऑक्सी वन’, ‘गोपाल वन’ और
‘त्रिवेणी वन’ जैसे विशेष और विषयगत वनों की श्रृंखला विकसित करने जा रही है। ये
वन एक ओर जहां हरियाली और स्वच्छ वातावरण को बढ़ावा देंगे, वहीं दूसरी ओर
समाज को प्रेरणा देने का भी काम करेंगे इसके साथ ही सरकार
‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ जैसे अभियानों के माध्यम से लोगों को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ना चाहती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ‘ग्रीन यूपी’ पहल के अंतर्गत चल रही यह योजना, आम लोगों की
भागीदारी से हर जिले में विशेष वनों को विकसित करेगी। इस पूरी योजना का
उद्देश्य न केवल पौधे लगाना है, बल्कि समाज को यह संदेश देना है कि देश के लिए जिन्होंने बलिदान दिया, उनके नाम पर लगाए
गए ये वन उनकी स्मृति को जीवित रखेंगे। इसके साथ ही ये वन राष्ट्रभक्ति, सामाजिक एकता, जनजातीय गौरव, गौ-संरक्षण और
धार्मिक आस्था जैसे विषयों से भी जुड़े होंगे। सरकार की यह पहल
पर्यावरण सुधार की दिशा में एक दृढ़ कदम है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ और हरा-भरा भविष्य सुनिश्चित करने के
साथ-साथ समाज को अपने इतिहास, संस्कृति और मूल्यों से भी जोड़ने का कार्य करेगी।