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मेरठ के इंजीनियरिंग छात्रों ने विकसित किया TraffiX: स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट की दिशा में क्रांतिकारी कदम

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मेरठ के इंजीनियरिंग छात्रों ने विकसित किया 'TraffiX': स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट की दिशा में क्रांतिकारी कदम

मेरठ, उत्तर प्रदेश : मेरठ के दो इंजीनियरिंग छात्रों पीयूष गोयल और प्रीत प्रताप सिंह भाटी ने 'TraffiX' नामक एक अत्याधुनिक ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम विकसित किया है, जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) तकनीकों का उपयोग करके शहरी यातायात की समस्याओं का समाधान प्रदान करता है।

'TraffiX' ऐसे करेगा काम

- वाहन घनत्व के अनुसार सिग्नल नियंत्रण: यह प्रणाली सड़कों पर वाहनों की संख्या का वास्तविक समय में विश्लेषण करके ट्रैफिक सिग्नल के समय को स्वचालित रूप से समायोजित करती है, जिससे ट्रैफिक जाम की समस्या में कमी आती है।

- आपातकालीन वाहनों के लिए ग्रीन कॉरिडोर: एम्बुलेंस या फायर ब्रिगेड जैसे आपातकालीन वाहनों के आने पर, 'TraffiX' स्वतः ग्रीन कॉरिडोर बनाता है, जिससे इन वाहनों को बिना रुके गुजरने का मार्ग मिलता है।

- मानव रहित : यह प्रणाली बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के ट्रैफिक का प्रबंधन करती है, जिससे ट्रैफिक पुलिस पर निर्भरता कम होती है और मानव संसाधनों की बचत होती है।

आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक कदम

- 'TraffiX' न मात्र तकनीकी नवाचार का उदाहरण है, अपितु यह 'आत्मनिर्भर भारत' की एक और परिकल्पना को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।  यह प्रणाली भारतीय युवाओं की क्षमता और नवाचार की भावना को दर्शाती है, जो देश की समस्याओं के स्वदेशी समाधान विकसित करने में सक्षम हैं।

भविष्य की संभावनाएँ

- 'TraffiX' की सफलता से प्रेरित होकर, इसे अन्य शहरों में भी लागू करने की योजना बनाई जा रही है।  इस प्रणाली के व्यापक उपयोग से शहरी यातायात प्रबंधन में  क्रांतिकारी परिवर्तन आ सकता है, जिससे समय की बचत, ईंधन की खपत में कमी और पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी।

- मेरठ के इन दो छात्रों की यह उपलब्धि न मात्र स्थानीय स्तर पर, अपितु  राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रेरणा का स्रोत बन सकती है, जो दिखाती है कि भारतीय युवा तकनीकी नवाचार के माध्यम से देश की ज्वलंत समस्याओं का समाधान खोज सकते हैं।