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विदेशी विचारधारा से संचालित संस्थाओं और भारतीय मूल्यों से विमुख शिक्षा मंत्रियों ने नीतियों को खोखला बना दिया – मिलिंद परांडे

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वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ हिन्दू एकेडमीशियन (#WAHA) द्वारा गुजरात विश्वविद्यालय में ‘सर्वव्यापी हिन्दुत्व: एस्टैब्लिशिंग द हिन्दू नैरेटिव’ विषय पर राष्ट्रीय परिसंवाद का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय संगठन मंत्री मिलिंद परांडे जी ने कहा कि शिक्षा की नींव भारतीय विचारों पर आधारित होना अत्यंत आवश्यक है। स्वतंत्रता के बाद, देश की शैक्षणिक संस्थाएँ ब्रिटिश विचारधारा से प्रेरित रहीं और ऐसे शिक्षा मंत्री मिले जो देश के मूल विचारों से कटे हुए थे। इसके कारण देश की शिक्षा नीति आत्मकेंद्रित भारतीय दर्शन पर आधारित होने के बजाय विदेशी विचारधाराओं पर आधारित रह गई। उन्होंने कहा कि “ब्रिटिश विचारधारा से संचालित संस्थाओं और भारतीय मूल्यों से विमुख शिक्षा मंत्रियों ने नीतियों को खोखला बना दिया”।