उत्तराखण्ड
देवभूमि विकास संस्थान द्वारा आयोजित ‘गंगधारा 2.0’
कार्यक्रम इस वर्ष और भी अधिक प्रभावशाली रूप से किया गया। इस बार यह एक दिवसीय विशेष कार्यक्रम संस्कृति विभाग के
हरिद्वार रोड स्थित प्रेक्षागृह में आयोजित किया, जिसमें समाज और परिवार की बुनियाद को मजबूत करने के
उद्देश्य से बड़े मुद्दों पर खुलकर बात करने का प्रयास किया जा रहा है।
प्री-वेडिंग काउंसलिंग पर फोकस संवाद से कम होगा तलाक दर
कार्यक्रम में देश में बढ़ती तलाक दर को देखते हुए
‘प्री-वेडिंग काउंसलिंग समझ और संवाद’ विषय पर विशेषज्ञों द्वारा चर्चा की जा रही
है।
उद्देश्य है...युवाओं को विवाह से पहले संवाद,
समझ और जिम्मेदारियों के महत्व को समझाना,
ताकि रिश्ते अधिक मजबूत और स्थायी बन सकें।

खुशहाल परिवार-समृद्ध परिवार सम्मान
कार्यक्रम की एक खास आकर्षण है कि समाज के लिए प्रेरणा बनने
वाले पांच आदर्श दंपतियों और परिवारों को ‘खुशहाल परिवार समृद्ध परिवार सम्मान’।
यह सम्मान क्या सन्देश देगा समाज में
विवाह केवल संबंध नहीं, बल्कि वर्षों से हमारी संस्कृति में निभाई जाने वाली अटूट
परंपरा है,
जो परिवार और समाज की नींव को मजबूत करती है। ऐसे कार्यक्रमों
और सम्मान से यही सन्देश सीधा समाज तक पहुँचाने का प्रयास सरकार के द्वारा किया जा
रहा है।
हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुरुवार को प्रेस
कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी थी। उन्होंने याद दिलाते हुए कहा था कि पिछले वर्ष
इस व्याख्यान-माला की भव्य शुरुआत ने समाज में सकारात्मक चर्चा का नया अध्याय खोला
था।



