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यूपी में फेक अकाउंट वालों पर प्रशासन की नजर

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उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश सरकार लगातार कानून-व्यवस्था को मजबूत बनाने और समाज में शांति बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठा रही है। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मानना है कि सोशल मीडिया अभिव्यक्ति का एक सशक्त माध्यम है, लेकिन कुछ लोग इसका दुरुपयोग कर समाज में नफरत और अफवाहें फैलाने का काम कर रहे हैं। इसलिए सरकार का स्पष्ट संदेश है कि ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। जी हां वाराणसी में कानून-व्यवस्था और विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान सीएम योगी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए है कि सोशल मीडिया पर फर्जी नामों और फेक अकाउंट से नफरत फैलाने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ तुरंत और सख्त कार्रवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब कानून से खिलवाड़ करने वालों को छूट नहीं मिलेगी। साथ ही सीएम योगी ने लोकल इंटेलिजेंस यूनिट और पुलिस की साइबर विंग को और ज्यादा सक्रिय और मजबूत करने का आदेश दिया है। उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक और स्थानीय जानकारी का इस्तेमाल कर ऐसे तत्वों को समय रहते पकड़ना जरूरी है। सीएम ने चेतावनी दी कि जो भी व्यक्ति जातीय तनाव, धार्मिक उन्माद या सामाजिक अस्थिरता फैलाने की कोशिश करेगा, वह प्रदेश की एकता और विकास में बाधा डाल रहा है और उसके विरुध कड़ी कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए पुलिस विभाग में 24×7 काम करने वाली एक अहम टीम तैनात की जाए, जो हर जानकारी जिला प्रशासन को दे। इसके साथ ही, सीएम योगी ने जनसुनवाई पोर्टल, आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन जैसी व्यवस्थाओं पर भी विशेष ध्यान देने को कहा है। उन्होंने कहा कि इन माध्यमों से आने वाली शिकायतों का समय पर और निष्पक्ष समाधान होना प्रशासन की पहली जिम्मेदारी है। लोगों को यह महसूस होना चाहिए कि सरकार उनकी बात सुन रही है और उसका समाधान कर रही है।