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बागेश्वर डीएम की पहल बनी पर्यावरण संरक्षण की मिसाल

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बागेश्वर,उत्तराखण्ड

आज दुनिया भर में पर्यावरण को बचाने के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। हरियाली बढ़ाने और प्रदूषण कम करने की दिशा में छोटे-छोटे कदम भी बड़ी उम्मीद जगाते हैं। इन्हीं कोशिशों में एक नया और प्रेरणादायक कदम उठाया है उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में , जी हां जिलाधिकारी आशीष भटगांई की यह पहल न केवल पर्यावरण प्रेमियों को उत्साहित कर रही है, बल्कि आम लोगों को भी प्रकृति से जोड़ने का माध्यम बन रही है। बताते चलें कि बागेश्वर के जिलाधिकारी आशीष भटगांई ने जन्मदिवस वाटिकानाम की एक पहल की है। इस योजना का उद्देश्य है कि लोग अपने जन्मदिन या परिवार के किसी खास दिन को यादगार बनाने के लिए एक पौधा लगाएं। यह अनोखी वाटिका बागेश्वर नगर के प्रमुख धार्मिक स्थल नीलेश्वर मंदिर परिसर में बनाई गई है। वही आशीष भटगांई का कहना है कि इस वाटिका में कोई भी व्यक्तिचाहे वह स्थानीय हो या बाहर से आया पर्यटकअपने जन्मदिन या किसी प्रियजन के खास मौके पर पौधा लगा सकता है और इसके लिए केवल वन विभाग से संपर्क करना होगा। वन विभाग लोगों को निःशुल्क पौधा और ट्री गार्ड देगा और पौधों की देखभाल की जिम्मेदारी भी स्वंय उठाएगा। यह सोच इसी भावना पर आधारित है कि जैसे हम अपने परिवार या दोस्तों को उपहार देते हैं, वैसे ही हमें प्रकृति को भी उपहार देना चाहिए। पौधों की देख-रेख को लेकर लोगों को चिंता नहीं करनी होगी, लेकिन जिला प्रशासन चाहता है कि लोग समय-समय पर आकर अपने लगाए पौधों को देखें और उनसे जुड़ाव महसूस करें। यह पहल बच्चों और युवाओं को प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी सिखाने का बेहतरीन माध्यम बन सकती है। यह योजना स्कूलों, सामाजिक संगठनों और कॉरपोरेट कंपनियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है। अगर इस तरह की पहल अन्य जिलों में भी अपनाई जाए, तो आने वाले समय में उत्तराखंड और ज्यादा हरा-भरा और प्रदूषण-मुक्त बन सकता है।