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नागरिक कर्त्तव्य की मिसाल है गाजियाबाद का गौसेवा ट्रस्ट

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नागरिक कर्त्तव्य का मिसाल है गाजियाबाद का गौसेवा ट्रस्ट

देश का नागरिक होने के साथ हमारे कुछ नागरिक कर्तव्य भी हैं जिसका अनुपालन हम सभी नागरिकों को करना चाहिए। हमें स्वयं में अनुशासन रखना चाहिए क्योंकि कोई भी देश या समाज अनुशासन से ही महान बनता है। राष्ट्र, समाज और समुदाय के प्रति प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह सरकार द्वारा बनाये गये नियमों का सही ढंग से पालन करे, साथ ही अपेक्षा की जाती है वह अपने आस पास में हो रही सामाजिक विघटनकारी गतिविधियों का भी ध्यान रखे जो देश और समाज के लिए हितकारी नहीं है। आज हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार, बेईमानी, धोखाधड़ी जैसी घटनाएँ आम हो गई हैं। जिसे बढ़ावा देने के लिए हमारे बीच में ही रहने वाले समाज के कुछ लोग उत्तरदायी हैं। आपको अपने आँख और कान खुले रखने होंगे, अगर आपके आसपास कोई भी असामाजिक, आपराधिक घटना हो रही है जो देश, मानव समाज व अन्य प्राणियों के लिए हानिप्रद है। हमें ऐसी घटनाओं का संज्ञान लेते हुए समाज और सरकार के साथ मिलकर उसे दुरुस्त करने की दिशा में पहल करनी चाहिए। जिस दिन ऐसा करने में हम शत प्रतिशत सफल हो जायेंगे उस दिन हमें मजबूत राष्ट्र निर्माण से कोई नहीं रोक पायेगा। आजकल हमारे आसपास घटित हो रही बहुत सारी घटनायें  जैसे बालश्रम, अस्वच्छता, सड़क सुरक्षा नियम के साथ खिलवाड़, महिला उत्पीड़न,  बालअपराध, पशुओं के प्रति क्रूरता भ्रष्टाचार आदि घटनाएँ आम हो गई हैं जिसे हम देखकर भी अनदेखा कर देते हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए हमंे पूर्णनिष्ठा से  समाज के प्रति अपने उत्तरदायित्व को समझते हुए इन सभी समस्याओं को समाज व प्रशासन के साथ मिलकर सकारात्मक हल ढूंढने और रोकने का प्रयास करना चाहिये। हमे अपनी नयी पीढ़ी को अनुशासित, कर्तव्यनिष्ठ, समयनिष्ठ, ईमानदार और एक जिम्मेदार नागरिक होने के गुण सिखाने होंगे। 

अभी हाल ही में सोशल मीडिया में एक घटना देखने को मिली जिसमें एक महिला बिना टिकट रेलगाड़ी के एसी श्रेणी में सफर कर रही थी। उससे जब रेलवे विभाग के टिकट निरीक्षक व आरपीएफ विभाग के अधिकारियों ने टिकट दिखाने का अनुरोध किया तो वह महिला टिकट दिखाने से मना करते हुए अधिकारियों और रेल के कोच में उपस्थित यात्रियों से अभद्र टिप्पणियाँ करने लगी। हैरानी की बात तो यह है कि उस महिला के गलत बयानबाजी और अभद्रता करने पर लोग शांत रहे। किसी ने उसके इस गलत बर्ताव पर उसे एहसास कराने की भी नहीं सोची। आप की यह चुप्पी हमारे देश और समाज के विकास के लिए कलंक है। ऐसी स्थिति में हमें आगे बढ़कर एक अच्छे नागरिक होने का कर्तव्य निभाना चाहिए और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की मांग करनी चाहिए ताकि ऐसी नकारात्मक घटनाओं की पुनरावृत्ति भविष्य में फिर से ना हो।

इस लेख के माध्यम से अब मैं एक ऐसी सच्ची घटना का जिक्र करने जा रही हूँ जो आपको संजीदगी, सकारात्मकता से भाव विभोर कर एक अच्छे नागरिक होने के कर्तव्यों की और प्रेरित कर देगी। यह जीवन्त कहानी है श्रीमान पंकज शर्मा की जो गाजियाबाद के सेक्टर-23 संजय नगर में राधा-कृष्ण नाम से गौशाला चलाते हैं। इनके द्वारा चलायी गई कई गाड़ियाँ आपको गाजियाबाद की लगभग कई हाईराइज सोसाइटीज में बेसहारा गायों के लिए रोटियां इकट्ठा करती दिख जायेंगी। उनसे बात करने पर पता चला कि उन्हें बेज़ुबान जानवरों से बहुत लगाव है। इनके संस्थान के लोग सड़क पर भटकती बेसहारा गायों को अपने गोशाला में ले जाकर उनकी सेवा करते हैं। पंकज शर्मा जी मूलतः उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के काठा गाँव के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी गौशाला में अब तक पाँच सौ से अधिक गायों को आश्रय दे रखा हैं और ये सभी गायें बिना दूध देने वाली हैं। वह गाय को गौमाता कह कर संबोधित करते हैं। सड़कों पर कोई भी गाय उन्हें किसी भी अवस्था में मिलती है वह उसको अपनी गोशाला में लाकर स्वस्थ करने का प्रयास करते हैं। जब हमने उनसे पूछा कि उन्हें ऐसी प्रेरणा कहां से मिली तो उन्होंने बताया की उनके बाबा बैद्य थे जिनका नाम श्रीमान शम्भूदयाल था, जो गौरक्षक के साथ गौपालक भी थे। वह बहुत सारी बीमारियों के इलाज की दवाइयां गौमूत्र से निर्मित करते थे। आज उन्हीं की सीख लेकर पंकज शर्मा जी गौमाता की सेवा का कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा मानव सेवा व अन्य सामाजिक कार्यों में भी उनकी रुचि है। 2022  से 2025 के बीच अब तक वह 32 कन्याओं का सामूहिक विवाह करा चुके हैं। जब मैंने उनसे पूछा कि आप इतना सब कैसे कर लेते हैं, तो विनम्रता से उनका कहना था यह सब गौमाता की कृपा है । मैं तो नागरिक होने का कर्त्तव्य कर रहा हूँ। मैं तो सिर्फ प्रारम्भ करता हूँ लोग स्वयं ही जुड़ते चले जाते हैं। पंकज शर्मा जी भोलेनाथ के भक्त भी हैं। वह हर साल गाजियाबाद के गुलधर रोड पर कांवड़ सेवा शिविर और भंडारे का आयोजन करते हैं। जिसमे उन्हें सैकड़ों भक्तों और गरीबों की सेवा का अवसर मिलता है। अभी उनके ट्रस्ट में 70 से अधिक महिलायें काम कर रही हैं जो गाय के गोबर का प्रयोग कर वैज्ञानिक विधि से प्रदूषण रहित ईकोफ्रेंडली दिये, हवन सामग्री, धूपबत्ती, उपले, दन्तमंजन, गोवर्धन की मूर्तियां, खेतों और पौधों के लिए खाद, दर्द निवारक तेल आदि तैयार करती हैं। यह बाजार में बहुत कम दाम में उपलब्ध है। जिसका लाभ बहुत लोगों को मिल रहा है ।  उनकी इस पहल की सराहना बहुत सारे सामाजिक संस्थान कर चुके हैं। उनकी इस पहल से कई घरों को व्यवसाय भी मिला है और उनके परिवार का भरणपोषण भी हो रहा है । पंकज शर्मा जी ने 2020 में ‘गौ सेवा राष्ट्र रोटी बैंक ट्रस्ट’ का पंजीकरण किया जिसका उद्देश्य गायों के लिए घरों में बची हुई रोटी इकट्ठा करना है। इनकी इस पहल का स्वागत उस समय के गाजियाबाद जिलाधिकारी ने भी किया। मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल जी ने एक आदेश के माध्यम से हाई राइज सोसाइटीज में थ्री व्हीलर की अनुमति देकर घरों में बची हुई रोटियां को इकट्ठा करने में भरपूर मदद की। आज इस ट्रस्ट के पास 12 से भी अधिक चालक सहित थ्री व्हीलर बैटरी रिक्शे हैं जो अलग अलग अपार्टमेण्टस में जाकर लोगों के घरों से बची हुई रोटी को इकट्ठा करने का काम कर रहे हैं। जिससे गायों को भरपेट भोजन मिल रहा है।

 सामाजिक कार्य करते हुए इस संस्थान ने अगले कुछ वर्षों में 101 हिन्दू लड़कियों की शादियां और 10000 गायों की सेवा का लक्ष्य निर्धारित किया है। हमें ऐसे लोगों से राष्ट्र का जिम्मेदार नागरिक होने के कर्तव्यों की सीख लेनी चाहिये।