गोपेश्वर, उत्तराखण्ड
उत्तराखण्ड के पवित्र हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग को हरा-भरा बनाने के लिए एक सराहनीय पहल शुरू की गई है।जी हां यह अभियान न केवल यात्रा मार्ग की सुंदरता को बढ़ाएगा बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक मजबूत कदम सिद्ध होगा। बताते चलें कि गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट और नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के कर्मचारियों और अधिकारियों ने संयुक्त रूप से गोविंदघाट में अलकनंदा नदी के किनारे और हेमकुंड यात्रा मार्ग पर पौधारोपण का कार्य शुरू किया। रविवार को ट्रस्ट के सीईओ सरदार सेवा सिंह के नेतृत्व में देवदार, सुरांई, टेक, बांज, बुरांश जैसी विभिन्न प्रजातियों के कुल 125 पौधे रोपे गए। साथ ही यह तय किया गया है कि हेमकुंड यात्रा के बेस कैंप गोविंदघाट से पौधारोपण अभियान की शुरुआत कर पूरे मार्ग को हरा-भरा किया जाएगा। गौरतलब है कि 2013 की आपदा में गोविंदघाट पूरी तरह तबाह हो गया था और यहां की हरियाली भी बहकर चली गई थी। अब नदी किनारों और यात्री पड़ावों को फिर से हरा-भरा बनाने के लिए बड़े पैमाने पर पौधारोपण आवश्यक माना जा रहा है। संगरुर, पंजाब के भटरुखा गांव से आए यात्री कुलजीत सिंह ने भी इस अभियान में पौधे लगाकर योगदान दिया और यात्रियों से इस पहल में जुड़ने का अनुरोध किया। ऐसे सराहनीय पहलों की सफलता तभी संभव है जब समाज का हर व्यक्ति मिलकर अपनी जिम्मेदारी निभाए और प्रकृति की सुरक्षा में योगदान दे।