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कैदियों संग बहनों ने मनाया राखी का त्योहार

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रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के अटूट रिश्ते और स्नेह का प्रतीक है, परंतु जेल में बंद कैदी और वहां ड्यूटी पर तैनात अधिकारी और कर्मचारी अक्सर अपने घर जाकर इस पर्व को नहीं मना पाते। ऐसे में कई जगहों पर रक्षाबंधन जेल के अंदर ही बड़े भावनात्मक माहौल में मनाया जाता है। इसी दिशा में मथुरा में विश्व हिंदू परिषद की दुर्गा वाहिनी की विभाग संयोजिका प्रियंका और महानगर अध्यक्ष कन्हैयालाल अग्रवाल  के नेतृत्व में  जिला कारागार में पहुंचे लोगों ने 150 से अधिक बंदियों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधे।  इसी तरह शाहजहांपुर जिला कारागार में लायंस क्लब सहेली की पदाधिकारी महिलाओं ने जेल के अधिकारियों, कर्मचारियों और कैदियों को राखी बांधकर मिठाई खिलाई। इस मौके पर मुस्लिम और सिख समुदाय के बंदियों ने भी अपनी कलाई पर राखी बंधवाई और सभी ने उन्हें बहन के रूप में स्वीकार कर आशीर्वाद के तौर पर उनके पैर छुए। वहीं कौशांबी जिला जेल में भी इस बार रक्षाबंधन के लिए खास तैयारी की गई है। बता दें यहां बंदियों ने जेल परिसर में उगाए गए गुलाब के फूलों और रेशम के धागों से चार सौ से अधिक राखियां खुद तैयार की हैं। जेल अधीक्षक अजितेश कुमार के अनुसार रक्षाबंधन के दिन जेल में बहनों के लिए नाश्ता-पानी, चंदन और गुलाब की राखी की व्यवस्था होगी। बहनें अपने भाई को जेल में ही राखी बांधेंगी और जाते समय उन्हें भाइयों के नाम पर एक पौधा भेंट किया जाएगा। इसके साथ ही कैदियों को यह महत्वपूर्ण संदेश भी दिया जाएगा कि जीवन में सहनशीलता अपनाएं, दूसरों की बात को बर्दाश्त करना सीखें और ऐसी गलती न करें जिससे उन्हें फिर से जेल की हवा खानी पड़े।

रक्षाबंधन पर जेल में बंदियों के हाथों सजेगी राखी। - Dainik Bhaskar