चंपावत, उत्तराखण्ड
प्राकृतिक सुंदरता से भरे उत्तराखण्ड में अब रोमांच भी भर रहा है और युवाओं के सपनों को मिल रहे हैं आसमानी पंख। ड्रोन से उत्तराखंड की वादियां, बादलों के बीच उड़ते पैराग्लाइडर्स पर्यटन विभाग की पहल ‘आसमानी उड़ान’ जो रोमांच के साथ-साथ पहाड़ के युवाओं को दे रही है रोजगार का नया रास्ता। सीएम पुष्कर सिंह धामी के विधानसक्षा क्षेत्र चंपावत में 141 युवा पैराग्लाइडिंग का प्रशिक्षण ले रहे हैं। जबकि एडवांस ट्रेनिंग पा चुके पैराग्लाइडर्स लगातार 100 घंटे की उड़ान प्रैक्टिस पूरी कर रहे हैं।अभ्यास पूरा होते ही लाइसेंस मिलेगा, और फिर पर्यटन विभाग उनके अपने ही क्षेत्र में पैराग्लाइडिंग साइट विकसित करेगा। ग्लाइडर्स पर्यटन विभाग के अनुसार, उत्तराखण्ड में अब तक पैराग्लाइडिंग का पी1, पी2 और टिहरी में एडवांस कोर्स संचालित होता था। 100 घंटे उड़ान के प्रशिक्षण के लिए पैराग्लाइडर को हिमाचल या दूसरे प्रदेशों का रुख करना पड़ता था। कई युवा आर्थिक दिक्कत की वजह से इस प्रशिक्षण के लिए बाहर नहीं जा पाते थे और उन्हें लाइसेंस नहीं मिल पाता था। पहाड़ के बच्चों के सपने अब जमीन तक सीमित नहीं उन्हें मिल चुकी है ‘आसमानी उड़ान’। वहीं चंपावत में साहसिक पर्यटन को भी पैराग्लाइडिंग जुड़ने से मिलेगा बढ़ावा।



