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केवल कुशल छात्र नहीं, राष्ट्र निर्माण करने वाला संगठन- ABVP

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 हस्तिनापुर,मेरठ 

जब युवा संगठन समाज सेवा की भावना से आगे बढ़ते हैं, तो वह न केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए प्रेरणा बनते हैं बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक दृढ़ उदाहरण पेश करते हैं। ऐसे प्रयास समाज को सकारात्मक दिशा देने के साथ-साथ सामाजिक उत्थान की नींव भी रखते हैं।  बताते चलें की अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने अपने 77वें स्थापना दिवस के अवसर पर नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। इस सेवा कार्य में ग्रामीणों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और इसका भरपूर लाभ उठाया। शिविर में कुल 263 ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की गई, जिसमें से 86 महिलाएं और 107 पुरुष लाभान्वित हुए। इस अवसर पर जनरल फिजिशियन डॉ. भूपेंद्र सिंह, डॉ. मनीष राणा, डॉ. सागर और डॉ. पारुल समेत मेडिकल स्टाफ ने लोगों की नि:शुल्क जांच की और परामर्श दिया। ग्रामीणों को दवाइयाँ भी मुफ्त वितरित की गईं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रांत सह संगठन मंत्री सुनील ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा किया गया यह सेवा कार्य समाज के लिए एक आदर्श उदाहरण है। कार्यक्रम में गणेशपुर विद्यालय की प्रधानाचार्य सुनीता देवी, विभाग संयोजक विक्रांत, नगर मंत्री अंकित रावत, अंकित बिष्ट, हर्षित वर्मा, राकेश कुमार, संजीव बौद्ध आदि मौजूद रहे। इस तरह के आयोजनों से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलती हैं, बल्कि युवाओं में सेवा भाव और समाज के प्रति जिम्मेदारी की भावना भी जागृत होती है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का यह प्रयास आने वाली पीढ़ियों के लिए एक सशक्त उदाहरण बनेगा और समाज को एक नई दिशा देगा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का मानना है कि विद्यार्थी कल का नहीं, आज का नागरिक है। विद्यार्थी देशभक्त, चरित्रवान, ईमानदार तथा परिश्रमी बनें और केवल अपने लिए नहीं, देश व समाज के लिए जिएं। ये गुण विद्यार्थी परिषद कूट-कूटकर भरती है।

ABVP celebrated its 77th foundation day, 563 students participated | अभाविप  का 77वां स्थापना दिवस मनाया, 563 छात्रों ने लिया भाग - Gopalganj News |  Dainik Bhaskar


अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के लक्ष्य-

राष्ट्र निर्माण के संकल्प से प्रतिबद्ध युवा तैयार करना

विद्यार्थियों में राष्ट्र भक्ति, सेवा और नेतृत्व की भावना भरना

युवाओं की आवाज, सकारात्मक परिवर्तन का वाहक बनना

राष्ट्र सर्वोपरि के मंत्र के साथ युवाओं को आगे बढ़ाना

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपने लाखों युवा छात्रों की ऊर्जा और सक्रियता को सामाजिक आलोचक, सामाजिक निवारक और सामाजिक प्रहरी के रूप में निर्देशित करती है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छात्रों को इन दायित्वों को प्रभावी ढंग से निभाने और समाज के सभी क्षेत्रों में एक गतिशील, जीवंत और राष्ट्रवादी नेतृत्व प्रदान करने के लिए सर्वोत्तम रूप से तैयार करती है। मूल विचार यह है कि यदि ऐसे हजारों-हजारों सामाजिक नेता आजीवन प्रतिबद्धता के साथ अपनी भूमिका का निर्वहन करें, तो भारत एक सशक्त, समृद्ध, आधुनिक, वैज्ञानिक और आत्मविश्वासी राष्ट्र के रूप में परिवर्तित होकर वैश्विक समुदाय में अपना उचित स्थान प्राप्त कर सकेगा।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आयाम और सेवाकार्य-

1. जिज्ञासा

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा शुरू किया गया एक अखिल भारतीय आंदोलन है जिसका लक्ष्य 'आयुष सीखें और आयुष का अभ्यास करें ' है। इसका उद्देश्य आयुष प्रणालियों - आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध, सोवा रिग्पा और होम्योपैथी - से संबंधित सभी पहलुओं पर चर्चा के लिए एक साझा मंच प्रदान करना है। इस आयाम के संरक्षण में ABVP देशभर में नि:शुल्क चिकित्सा शिविर लगाता है।

2. स्टूडेंट फॉर सेवा आयाम-

2021 में ABVP ने स्टूडेंट फॉर सेवा आयाम प्रारम्भ किया जिसका उद्देश्य सेवाकार्यों में विद्यार्थियों की सहभागिता है। इसके अंतर्गत परिषद की पाठशाला, रक्तदान शिविर का आयोजन, डिजिटल लाइब्रेरी, बुक बैंक, वृद्धजनों की सहायता तथा वंचित वर्ग के लोगों को आवश्यक वस्तुओं का वितरण प्रमुखता से किया जा रहा है। इस कार्य के लिए विद्यार्थी स्वेच्छा से आ सकते हैं और उन्हें किसी भी संगठन से जुड़े होने की कोई आवश्यकता नहीं है। 

3.आपात स्थिति में सेवा कार्य

ABVP के लिए सेवा समाज में समरसता का निर्माण करने का साधन है। अभाविप के प्रारंभ से ही कार्यकर्ता सेवा कार्य करते आ रहे है। बाढ़,अकाल,भूकंप दुर्घटना या कोरोना का काल हो कार्यकर्ता त्वरित सहायता और राहत के लिए तैयार रहे है । विद्यार्थियों का विराट रूप आज सेवा भाव हेतु जागृत हुआ है।

4. कोरोना महामारी में प्रभावित लोगों की सहायता

'नर सेवा ही नारायण सेवा है' को मूल मंत्र मान ABVP कार्यकर्ताओं ने जहाँ भी कोई परेशान या पीड़ित दिखा, उसकी सहायता की। जहाँ कोरोना वायरस जैसे संक्रामक छुआछूत वाली बीमारी के सामाजिक प्रभाव के बारे में समाज विज्ञानियों ने लोगों के बीच अविश्वास बढ़ने, सहयोग कम होने जैसे आशंकाए जताई थी, इसके विपरीत भारतीय युवाओं ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेतृत्व में इस आशंका को ख़ारिज करते हुए 'मानव सेवा ही सबसे बड़ा धर्म’ मान लोगों की मदद की। कोरोना काल में संगठनात्मक दृष्टि से उत्तर प्रदेश के छह प्रान्तों में कार्यकर्ताओं के हेल्प लाइन नम्बरों के साथ सूचियाँ जारी की गयी थीं, जिनसे आपदा या परेशानी से ग्रस्त कोई भी व्यक्ति सहायता मांग सकता था और उसे तत्काल सहायता मिलती थी।

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5. ‘मिशन आरोग्य: सर्वे संतु निरामयः’

अभाविप दिल्ली ने दिल्ली प्रांत को कोरोना मुक्त बनाने के उद्देश्य से 16 मई, 2021 को ‘मिशन आरोग्य: सर्वे संतु निरामयः’ का श्रीगणेश किया था। यह दस दिन तक चला। इस पहल के तहत, कार्यकर्ताओं की 28 टीमें थर्मल स्क्रीनिंग के लिए झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले 10,627 लोगों तक पहुंची।और जो लोग CoViD पॉजिटिव पाए गए, उन्हें मेडिकल किट प्रदान की गई व सभी को बचाव हेतु जागरुक किया गया।   

6. हाल ही में हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में आयी बाढ़ में भी ABVP के कार्यकर्त्ता राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। प्रभावितों को राहत सहायता करने के लिए एबीवीपी कुल्लू ने धन संग्रह अभियान शुरू कर दी है। हाल ही में सैंज क्षेत्र में बादल फटने की भीषण घटना के कारण कई घरों और संपत्तियों को भारी नुकसान हुआ। इस प्राकृतिक आपदा में प्रभावित हुए लोगों की सहायता के उद्देश्य से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कुल्लू इकाई ने राहत कोष के लिए धन संग्रह अभियान शुरू किया है। धन संग्रह अभियान की शुरुआत कुल्लू महाविद्यालय परिसर से की गई, जहां एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने आम जन से स्वैच्छिक दान की अपील की। 

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7. ‘परिषद की पाठशाला’

पूरे भारत में आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि के सहस्रो बच्चों को नियमित रूप से ‘परिषद की पाठशाला’ पहल के तहत ट्यूशन दिया जाता है। समाजिक कर्तव्यों के प्रति सजग किया जाता है।

8. ‘विकासार्थ विद्यार्थी’

ABVP कार्यकर्ता विकास के समग्र एवं संतुलित दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए काम करते हैं। एसएफडी 1990 से अपने वृक्षारोपण अभियान, पक्षियों और जानवरों के लिए दाना-पानी हेतु अभियान, पर्यावरण केंद्रित मुद्दों पर सेमिनार और संबंधित कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को संस्कारित करने का काम करता है।


9. ‘वृक्षमित्र अभियान’

ABVP के 75वें स्थापना दिवस के सुअवसर पर, एसएफडी ने ‘वृक्षमित्र अभियान’ के तहत पूरे भारत में 10 लाख लोगों ने प्रत्येक व्यक्ति ने 10 पेड़ों की रक्षा की जिम्मेदारी ली) द्वारा 1 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य लेकर उसे पूर्ण किया था, पर्यावरण के क्षेत्र में यह एक अद्भुत उदाहरण बना।

10. ‘सामाजिक अनुभूति’

विद्यार्थी परिषद् की एक पहल ‘सामाजिक अनुभूति’ युवा पीढ़ी को सूदूर, दुर्गम, ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ सप्ताह के लिए प्रवास की व्यवस्था करती है। जिससे छात्रों में समाज के प्रति संवेदना जागृत हो।

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