कानपुर,यूपी
आज के समय में पूरे विश्वभर में प्लास्टिक कचरा एक बड़ी समस्या बन गया है। हालांकि ऐसे में कई देशों ने इसका समाधान ढूंढ़ते हुए प्लास्टिक वेस्ट का उपयोग सड़क निर्माण में करना शुरू किया है। जर्मनी, स्वीडन जैसे देशों ने इस तकनीक को अपनाकर न केवल पर्यावरण को नुकसान से बचाया है, बल्कि ऐसी सड़कें भी बनाई हैं जो सामान्य सड़कों से अधिक मजबूत और टिकाऊ सिद्ध हुई हैं। इसी दिशा में यह सराहनीय और अभिनव कदम उत्तर प्रदेश में भी उठाया जा रहा है। जी हां कानपुर नगर निगम ने यह निर्णय लिया है कि वह प्लास्टिक कचरे से सड़कें बनाएगा, ताकि शहर के कचरे का सही उपयोग हो सके और नागरिकों को अच्छी गुणवत्ता की सड़कें मिलें। बताते चलें की यह योजना प्रदेश में पहली बार इतने बड़े स्तर पर लागू की जा रही है, जिसमें नगर निगम सभी छह जोनों में कुल 15 प्रमुख सड़कों का निर्माण करेगा। इस परियोजना पर कुल 90 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे और शासन ने इसे स्वीकृति भी दे दी है।
वही नगर निगम का कहना है कि दो-तीन साल पहले भी शहर
में प्लास्टिक से सड़क बनाने का प्रयास किया गया था, लेकिन वह
प्रयोग सफल नहीं हो सका था। अब इस बार विशेषज्ञों की देखरेख में और बेहतर योजना के
तहत यह काम दोबारा शुरू किया जा रहा है। जानकारी देते हुए नगर आयुक्त सुधीर कुमार
ने बताया कि आम सड़कों की तुलना में प्लास्टिक से बनी सड़कों में बारिश का असर
नहीं पड़ता, जिससे वे जल्दी
नहीं टूटतीं। इसके अलावा इन पर भारी वाहन भी चलें तो सड़क की गुणवत्ता प्रभावित
नहीं होती। इससे नगर निगम को हर साल सड़क मरम्मत पर होने वाले खर्च में भी भारी
बचत होगी और नागरिकों को गड्ढों वाली सड़कों से राहत मिलेगी।
इस परियोजना के तहत शहर के अलग-अलग जोनों और वार्डों में सड़कें बनाई जाएंगी। जोन 1 में वार्ड 78 के अंतर्गत महफिल रेस्टोरेंट से फूलबाग डंप होते हुए फूलबाग चौराहा तक सड़क बनेगी। जोन 2 में वार्ड 24 के अंतर्गत जीटी रोड से तिकोनिया पार्क तक, जोन 3 में वार्ड 21 में शराब गद्दी से पाल चौराहा तक, वार्ड 18 में साकेत नगर में मंगलम मार्केट से सर्वेस ट्रेडिंग कंपनी तक, वार्ड 36 में बगाही ईदगाह से बाकरगंज चौराहे तक, और वार्ड 84 में दुर्गा मंदिर से जूही डिपो तक सड़कें बनाई जाएंगी। इसी तरह जोन 4 में वार्ड 13, 15, 75, 3 और 61 के अंतर्गत भी विभिन्न प्रमुख मार्गों पर प्लास्टिक युक्त सड़क निर्माण होगा। जोन 5 में वार्ड 20 और जोन 6 में वार्ड 52 और 64 में भी सड़क निर्माण की योजना है। ये सभी सड़कें हॉट मिक्स प्लांट की सहायता से प्लास्टिक और बिटुमिन के मिश्रण से बनाई जाएंगी।
बता दें यह पहल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक
बड़ा कदम है, क्योंकि प्लास्टिक
कचरे का सही उपयोग करके उसे दोबारा जीवन दिया जा रहा है। अगर यह प्रयोग सफल रहता
है, तो भविष्य में उत्तर प्रदेश के अन्य शहरों में भी इसी
मॉडल को अपनाया जा सकता है।