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पीलीभीत एनकाउंटर: बब्बर खालसा के तीन आतंकियों पर रंगदारी का केस दर्ज, पुलिस जांच में जुटी

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- इन आतंकियों ने पूरनपुर में अपना नेटवर्क खड़ा कर लिया था 

- अंतरराष्ट्रीय नंबरों से लगातार धमकी भरे कॉल मिल रहे थे

पीलीभीत। पीलीभीत के पूरनपुर में पुलिस मुठभेड़ में मारे गए खालिस्तान समर्थक आतंकियों के मददगारों के खिलाफ पुलिस ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) से जुड़े कुलबीर सिंह सिद्धू, रिंदा और फतेह सिंह बागी पर रंगदारी मांगने और धमकी देने का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की जांच में सामने आया है कि इन आतंकियों ने पूरनपुर में अपना नेटवर्क खड़ा कर लिया था।  

अंतरराष्ट्रीय कॉल से मांगी गई थी रंगदारी -  

घुंघचाई के घनश्यामपुर गांव निवासी मलकीत सिंह, जो ग्लोबल गेटवे सेंटर नाम से ट्रैवल एजेंसी चलाते हैं, ने शिकायत में बताया कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय नंबरों से लगातार धमकी भरे कॉल मिल रहे थे। 7 सितंबर, लंदन से कॉल कर सिद्धू ने 10 लाख रुपये की मांग की और गोली मारने की धमकी दी। 6 दिसंबर: पाकिस्तान से रिंदा और फतेह सिंह बागी ने कॉल कर धमकाया। मलकीत का दावा है कि जब वह सितंबर में लंदन में थे, तब भी सिद्धू ने उन्हें धमकी दी थी।  

पुलिस की कार्रवाई - 

पुलिस ने तीनों आतंकियों पर रंगदारी, धमकी और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। सिद्धू के करीबियों, खासकर कोरोना काल में उसके संपर्क में आए लोगों से पूछताछ की जा रही है। सिद्धू गजरौला में अर्शदीप और सतवंत के घर ठहरा था। हरियाणा के नंगल में विहिप नेता विकास बग्गा की हत्या के मामले में सिद्धू ने यहीं से आर्थिक लेन-देन किया था।  

पुलिस की सख्ती -  

पीलीभीत के एसपी अविनाश पांडेय ने बताया कि सिद्धू, रिंदा और फतेह सिंह बागी पर ट्रैवल एजेंट की शिकायत के आधार पर केस दर्ज किया गया है। पुलिस सिद्धू के नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की पहचान कर रही है। कोतवाली में सीओ सिटी, माधोटांडा एसओ और कोतवाली इंस्पेक्टर ने सिद्धू के करीबियों से गहन पूछताछ की है।  

सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता - 

मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं। बब्बर खालसा के आतंकी भारत में सक्रिय होकर स्थानीय नेटवर्क तैयार कर रहे थे। पुलिस इनकी हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए है। यह मामला खालिस्तान समर्थक आतंकियों के भारतीय नेटवर्क को तोड़ने में अहम साबित हो सकता है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां पूरे मामले की जांच में जुटी हैं।