- परकोटा और अन्य कार्य अक्टूबर तक पूरे होने की संभावना
अयोध्या। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि परिसर के निर्माण कार्य को लेकर तीन दिवसीय बैठक रविवार को समाप्त हुई। भवन-निर्माण समिति की इस बैठक में निर्माण कार्यों की प्रगति का गहन विश्लेषण किया गया और आगामी डेडलाइंस निर्धारित की गईं। समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि राम मंदिर का शिखर मार्च 2025 तक पूर्ण हो जाएगा, जबकि परकोटा, शू-स्टैंड और अन्य निर्माण कार्य अक्टूबर 2025 तक पूरे होने की संभावना है।
टाइटेनियम की जालियों से प्रदक्षिणा पथ की सुरक्षा -
राम मंदिर के पश्चिमी हिस्से में प्रदक्षिणा पथ पर टाइटेनियम की जालियां लगाई जा रही हैं। यह कदम सुरक्षा कारणों से उठाया गया है, क्योंकि इस क्षेत्र में 50 फीट गहराई में रिटेनिंग वॉल का निर्माण किया गया है। मिश्र ने बताया कि टाइटेनियम एक अत्यधिक मजबूत धातु है, जिस पर किसी प्रकार का कुप्रभाव नहीं पड़ता। यह जालियां प्रदक्षिणा पथ पर सुरक्षा कवच का कार्य करेंगी।
रामकथा के म्यूरल्स और ब्रांज मेटल प्लेट्स का कार्य जारी -
राम मंदिर के लोअर प्लिंथ में पत्थरों पर निर्मित रामकथा के म्यूरल्स लगाए जा रहे हैं। रामकथा के 85 प्रसंग है। इनमें से 60 म्यूरल्स का निर्माण पूरा हो चुका है और 21 लगाए जा चुके हैं। परकोटा पर ब्रांज मेटल प्लेट्स लगाए जाएंगे। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की जीवन यात्रा के 80 प्रसंग चिह्नित किए गए हैं, जिनमें से 11 का निर्माण हो चुका है और छह म्यूरल्स लगाए जा चुके हैं।
मंदिर निर्माण की प्रगति -
- शिखर का निर्माण*: मार्च 2025 तक पूरा होगा।
- परकोटा और छह अन्य मंदिर*: अक्टूबर 2025 तक निर्माण पूर्ण होगा।
- लोअर प्लिंथ पर म्यूरल्स*: तेजी से लगाए जा रहे हैं।
- भव्यता और सुरक्षा के अद्भुत समन्वय का प्रतीक बनेगा मंदिर
अयोध्या का राम मंदिर भव्यता और आधुनिक सुरक्षा तकनीकों का अद्भुत संयोजन होगा। परकोटा और प्रदक्षिणा पथ पर हो रहे कार्य इसकी सुंदरता और सुरक्षा को नई ऊंचाई प्रदान करेंगे। इसके साथ ही रामकथा के म्यूरल्स और परकोटा पर ब्रांज मेटल प्लेट्स भारतीय संस्कृति और इतिहास की अमूल्य झलक पेश करेंगे।
राम मंदिर निर्माण समिति ने विश्वास व्यक्त किया कि यह ऐतिहासिक परियोजना तय समय पर पूरी होगी और देशवासियों के लिए आस्था और गौरव का प्रतीक बनेगी।