उत्तराखण्ड
भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक ज्योतिर्लिंग है केदारनाथ धाम। लेकिन हर वर्ष सर्दियों की शुरुआत में मंदिर के कपाट कुछ महीनों के लिए बंद कर दिए जाते हैं, क्योंकि उस समय यहाँ बर्फबारी के कारण तीर्थयात्रा संभव नहीं होती। इसी कड़ी में केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद करने की प्रक्रिया शनिवार से शुरू हो गई है। इस अवसर पर सबसे पहले केदारनाथ धाम के क्षेत्रपाल भगवान भकुंट भैरवनाथ मंदिर में आखिरी पूजा-अर्चना की गई।
इसके बाद केदारनाथ के स्वयंभू शिवलिंग से शृंगार हटाया गया और अब मंदिर में आरती केवल सूक्ष्म रूप से की जाएगी। जानकारी के अनुसार, केदारनाथ मंदिर के कपाट 23 अक्टूबर को विधि-विधान के साथ बंद कर दिए जाएंगे। शनिवार को दोपहर 12 बजे से 3 घंटे तक विशेष पूजाएं संपन्न हुईं, जिनमें आचार्य संजय तिवारी, आचार्य तेजप्रकाश त्रिवेदी और बागेश्वर लिंग ने पूजा-अर्चना की।