कैप्टन विक्रम बत्रा जी के बलिदान दिवस पर कोटि-कोटि नमन
9 सितम्बर 1974
- 7 जुलाई 1999
वर्ष 1999 में पाकिस्तानी सेना ने धोखे से घुसपैठ कर कारगिल की कई चोटियों पर कब्ज़ा कर लिया था, तब भारतीय सेना ने ऑपरेशन विजय शुरू किया। इस युद्ध में कैप्टन विक्रम बत्रा ने अपने शौर्य का प्रदर्शन करते हुए चोटी से दुश्मनों को मार भगाया और इस अभियान में मात्र 25 वर्ष की आयु में अपनी मातृभूमि के लिए प्राणों का सर्वोच्च बलिदान दिया। उनकी वीरता और पराक्रम की गाथा आज भी देश के युवाओं और सैनिकों को उत्साह से भर देती है। उन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया।