श्रावस्ती, उत्तर प्रदेश
30 हजार लागत, 15000 रुपये हर माह कमाई
उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती की महदेइया ग्राम पंचायत, जहां संघर्ष की धूल से निकलकर एक महिला, पूरे क्षेत्र की प्रेरणा बन चुकी है।यह हैं शीला देवी जो कभी एक-एक रुपये को मोहताज थीं। आज हर महीने 15 हजार रुपये कमा रही हैं। परिवार की माली हालत ठीक नहीं थी। मगर हिम्मत टूटी नहीं। साल 2023 में शीला देवी स्वयं सहायता समूह से जुड़ीं। जब समूह की बहनें उनके घर आईं और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जोड़ने की बात कही। मिशन से जुड़ने से शीला देवी को मिला हौंसला और उन्होंने छोटी बचत शुरू कर दी। फिर सिलाई का प्रशिक्षण लिया और 30 हजार रुपये का ऋण लेकर खरीदी अपनी सिलाई मशीन। और शुरू कर दिया जूट बैग बनाने का काम। धीरे-धीरे स्टॉल लगे। पहचान बनी और मांग बढ़ती चली गई। आज स्थानीय बाजार से लेकर आसपास के क्षेत्रों तक शीला के बनाए बैगों की मांग लगातार बढ़ रही है। आज शीला देवी न सिर्फ आत्मनिर्भर हैं। बल्कि सैकड़ों महिलाओं के लिए प्रेरणा बन गई हैं। सपना छोटा हो या बड़ा बस शुरुआत करने की देर है। और यह कहानी इसका सबसे खूबसूरत सबूत है।



