काशी, उत्तर प्रदेश
विश्व हिन्दू परिषद काशी कार्यालय के लोकार्पण कार्यक्रम संपन्न हुआ। विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय महामंत्री संगठन मिलिंद परांडे जी ने कहा कि यह भवन केवल निवास के लिए नहीं, बल्कि देश दुनिया से काशी आने वाले लोगों के लिए एवं संगठन गतिविधियों का केंद्र होगा। यह व्यक्तिगत वस्तु नहीं, बल्कि सार्वजनिक भवन है, जिसकी व्यवस्थाओं के लिए हमें अपने नागरिक कर्तव्य का बोध होना चाहिए। यह अनेक पुण्य आत्माओं द्वारा किए गए कार्य का प्रतिफल है। आज सैकड़ों वर्षों के बाद हिन्दू धर्म एवं संस्कृति के लिए समाज में अनुकूल वातावरण बना हुआ है, फिर भी हिन्दू समाज के समक्ष अनेक चुनौतियां हैं। उनकी राजनीतिक शक्तियां कमजोर हुई हैं।
आज वह प्रत्यक्ष शारीरिक हिंसा साम्यवादी, जिहादी समाज में हिंसा का माहौल निर्माण कर रहे हैं। ऐसी परिस्थितियों में हम हिन्दू हैं, हमें इसको सिद्ध करना पड़ेगा। हम जाति, मत, पंथ, संप्रदाय से ऊपर उठकर हम हिन्दू हैं, इस कर्तव्य का पालन करना होगा। हिन्दू-हिन्दू से कैसे लड़ेगा, ऐसा वातावरण समाज में बनाने का प्रयास किया जा रहा है। हमें ऐसी शक्तियों को पहचान कर उनके मंसूबे नाकाम करने पड़ेंगे। घटती प्रजनन दर जनसंख्या असंतुलन का मुख्य कारण है, जो समाज में एक बड़ी खाई का रूप लेती जा रही है। इन विषयों पर समाज को चिंतन करना है। जो पोषण देने में सक्षम है, उन लोगों के यहां भी प्रजनन का अनुपात बहुत कम है।
उन्होंने कहा कि आज 10 से 15 वर्ष के बच्चों को सीमावर्ती राज्यों पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान, बर्मा, थाईलैंड से ड्रग की आपूर्ति की जा रही है। वर्ष में लगभग 40000 करोड़ रुपये का ड्रग पकड़ा गया है, जो हमारे संस्कार समाप्त करने की बहुत बड़ी साजिश चल रही है। गौ-हत्या और धर्मांतरण, मंदिर अधिग्रहण एक बड़ी चुनौती है, ऐसे विषयों पर समाज का जागरण हो, समाज संस्कार युक्त हो, इसके लिए समाज का प्रबोधन करने की जिम्मेदारी हम सब की है। समाज में पर्यावरण, नागरिक कर्तव्य, सामाजिक समरसता जैसे विषयों को ले जाना हम लोगों की जिम्मेदारी है।
कार्यक्रम में महंत रविदास मठ के भारत भूषण जी ने संगठन के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि विश्व हिन्दू परिषद हिन्दू धर्म एवं संस्कृति के लिए हिन्दू समाज के व्यापक जागरण के कार्य में लगा रहता है। ऐसे ही संगठनों से हमारे संस्कृति का परचम पूरी दुनिया में लहरा रहा है। पूजन व मंगलाचरण संस्कृत विश्वविद्यालय के आचार्य द्वारा संपन्न हुआ। कार्यालय निर्माण में सहयोग करने वाले प्रवीण रुंगटा, अमित अग्रवाल, नवीन रुंगटा का सम्मान किया गया।



