रायबरेली, उत्तर प्रदेश
इस्लाम में जहाँ महिलाओं को बंधनों और प्रताड़ना से ही गुजरना पड़ता है, वहीं सनातन धर्म उन्हें देवी का दर्जा देकर सम्मान, स्वतंत्रता और आत्मिक शांति प्रदान करता है। यही सत्य समझकर रायबरेली जिले के सलोन क्षेत्र की सन्नो बानो ने साहसिक निर्णय लिया और इस्लाम के झूठे बंधनों को त्यागकर सनातन धर्म में घर वापसी की। सन्नो बानो ने मंदिर में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधिवत रूप से धर्म परिवर्तन किया और अपना नया नाम सोनाली पासी रखा। इसके पश्चात उन्होंने मंदिर परिसर में ही अग्नि को साक्षी मानकर हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार अमित पासी के साथ सात फेरे लिए। इस पूरे अनुष्ठान में वह पवित्रता और आभा स्पष्ट झलक रही थी, जो केवल सनातन धर्म में ही संभव है। विवाह के बाद सोनाली ने कहा कि उन्होंने यह निर्णय अपनी स्वेच्छा से लिया है और अब उन्हें आत्मिक शांति का अनुभव हो रहा है। यह घर वापसी केवल एक विवाह नहीं अपितु उस सनातन सत्य की उद्घोषणा है कि धर्म केवल और केवल एक है - सनातन धर्म।