राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में सरुताल जखोल में ऐतिहासिक पूर्ण गणवेश कार्यक्रम का आयोजन हुआ। क्षेत्र के इतिहास में यह पहली बार था जब स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में एकत्र होकर संघ की परंपराओं का अनुकरण करते हुए कार्यक्रम में शामिल हुए।

इस अवसर पर देहरादून विभाग प्रचारक श्री धनंजय जी ने अपने उद्बोधन में संघ की 100 वर्षों की गौरवशाली यात्रा, संगठन की राष्ट्रीय भूमिका तथा समाज के प्रत्येक क्षेत्र—शिक्षा, सेवा, स्वास्थ्य, ग्राम विकास, पर्यावरण और सामाजिक समरसता में संघ के योगदान पर प्रकाश डाला।

उन्होंने कहा कि संघ केवल एक संगठन नहीं, बल्कि राष्ट्रीय चरित्र, संस्कृति और सेवा भावना का प्रतीक है।
श्री धनंजय जी ने युवाओं से आह्वान किया कि वे राष्ट्रीय मूल्यों, संस्कारों और स्वदेशी भावना को अपनाकर समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाएँ। संघ का शताब्दी वर्ष नवनिर्माण, आत्मनिर्भरता और सांस्कृतिक जागरण का प्रतीक बनेगा।

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वयंसेवक एवं स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने संघ के अनुशासन, संगठन और राष्ट्रभावना की सराहना की।



