नोएडा,यूपी
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यात्रियों की सुरक्षा को विशेष तरजीह दी
जा रही है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एयरपोर्ट को आधुनिक तकनीक से लैस किया
गया है। एमरोव सिस्टम का परीक्षण भी किया गया है। नए एयरपोर्ट के संचालन से पहले
की सुविधाओं को पुख्ता किया जा रहा है।
हमारे देश में हाल की घटनाओं को देखते हुए अब हर बड़े प्रोजेक्ट में सुरक्षा को सबसे ऊपर रखा जा रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के संचालन से पहले ही यात्रियों की सुरक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यवस्था की जा रही है, ताकि यात्रा का अनुभव सुरक्षित हो, जी हां नोएडा एयरपोर्ट पर बम निष्क्रिय करने की क्षमता रखने वाले मिनी रिमोटली ऑपरेटेड व्हीकल यानि की (MROV) को नियुक्त किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार MROV घोस्ट सिक्योरिटी डिफेंस सिस्टम को पूरी तरह से भारत में विकसित किया गया है, और अधिकारियों का भी यही कहना है कि इस सिस्टम के माध्यम से सुरक्षा बलों को संदिग्ध वस्तुओं की जांच और बम निष्क्रिय करने में कोई संकट नहीं होगा। ये सिस्टम बिना किसी खतरे के सुरक्षा कार्यों को शीघ्र और प्रभावी तरीके से अंजाम देने में मदद करेगा। वही MROV की बात करें तो इस श्रेष्ठ सिस्टम में चार पहिया ड्राइव है, जो किसी भी इलाके में काम करने में सक्षम है।
इसमें एक रोबोटिक आर्म भी है, जो 20 ग्राम तक की वस्तु 2.5 मीटर और 9 डिग्री तक की वस्तु 4 मीटर की दूरी से उठा सकता है। इसके अलावा, इसमें उच्च रेजोल्यूशन कैमरे, नाइट विजन और एनबीसी रिकॉग्निशंस जैसे सिस्टम भी उपलब्ध हैं, बता दें प्रशासन की तरफ से सुरक्षा को लेकर हर जगह खास सतर्कता बरती जा रही है। ताकि किसी भी तरह की अनहोनी को समय रहते रोका जा सके, और कोई बड़ी क्षति न हो।