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बाराबंकी की महिलाएं कुल्हड़ और प्लेट बनाने से लेकर मधुमक्खी पालन, सिलाई-कढ़ाई कर बनीं आत्मनिर्भर, लोगों को भी दे रहीं रोजगार

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बाराबंकी महिलाएं अलग-अलग क्षेत्रों में कीर्तिमान गढ़ रही हैं. बाराबंकी की अपर्णा मिश्रा एक सफल महिला उद्यमी बन इस समय मधुमक्खी पालन, सिलाई-कढ़ाई समेत कई काम कर रही हैं.इनके माध्यम से वे लगभग  750 लोगों को रोजगार दे रही हैं.जिनमें से 60 फीसदी महिला ही हैं.उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार महिलाओं के लिए काफी काम कर रही है.प्रदेश में उद्यमियों के लिए माहौल भी बहुत अच्छा हो चुका है.ऐसे में हर महिला को अब अपने पैरों पर खड़ा होना चाहिए तो वहीं बाराबंकी के गोसाई पुरवा में टेराकोटा नाम से फौजिया उस्मानी अपनी कंपनी चला रही हैं.पीएमईजीपी योजना की मदद से उन्होंने 25 लाख रुपए का लोन लिया और मिट्टी के कुल्हड़ और प्लेट बनाने का काम शुरू किया.इस समय फौजिया करीब 50 लोगों को रोजगार दे चुकी हैं.जिनमें 35 महिलाएं शामिल हैं.फौजिया ने महिला उद्यमी के तौर पर समाज में बड़ी मिसाल पेश की है.

अंदलीप जेहरा ने डूडा विभाग से शहरी आजीविका मिशन के तहत लोन लिया और चिकन मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित की.इस समय अंदलीप जेहरा करीब 45 महिलाओं को डायरेक्ट रोजगार दे रही हैं,जबकि सैकड़ों महिलाओं को उन्होंने घर से ही काम करने के लिए जोड़ा है.अंदलीप जेहरा का कहना है कि वह महिलाओं को लगातार अपने साथ जोड़ रही हैं और काम करने के लिए जागरूक कर रही हैं.