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तीन दिन में फिर से तैयार होगा शिविर: प्रशासन ने झोंकी ताकत, निर्माण कार्य आज से शुरू

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- अखिल भारतीय धर्मसंघ श्रीकरपात्र धाम-काशी और गीता प्रेस गोरखपुर के शिविरों को तीन दिन के भीतर दोबारा तैयार करने का दावा किया गया है।

- सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद सोमवार सुबह से ही शिविरों के पुनर्निर्माण का कार्य तेज कर दिया गया।

प्रयागराज। महाकुंभ मेले में आग लगने की घटना के बाद मेला प्रशासन ने तुरंत सक्रियता दिखाते हुए प्रभावित शिविरों के पुनर्निर्माण के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। अखिल भारतीय धर्मसंघ श्रीकरपात्र धाम-काशी और गीता प्रेस गोरखपुर के शिविरों को तीन दिन के भीतर दोबारा तैयार करने का दावा किया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद सोमवार सुबह से ही शिविरों के पुनर्निर्माण का कार्य तेज कर दिया गया।

तीन दिन में तैयार होगा शिविर -

सोमवार सुबह मेला प्रशासन तीन जेसीबी और 15 ट्रैक्टर के साथ मौके पर पहुंचा। पूरे दिन मलबे की सफाई का कार्य चला। शाम तक सफाई का काम पूरा कर लिया गया और टिनशेड, बल्ली, और अन्य आवश्यक निर्माण सामग्री मौके पर पहुंचा दी गई।

मंगलवार से 100 से अधिक मजदूर शिविर निर्माण का कार्य शुरू करेंगे। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने जानकारी दी कि शिविरों को तीन दिन के भीतर पूरी तरह तैयार कर लिया जाएगा और इसके बाद श्रद्धालुओं को पुनः वहां ठहरने की सुविधा दी जाएगी।

श्रद्धालुओं का अस्थायी पुनर्वास -

आग लगने के बाद शिविरों में ठहरे करीब 1,000 श्रद्धालुओं को अस्थायी रूप से अन्य शिविरों में भेजा गया। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि किसी श्रद्धालु को किसी प्रकार की असुविधा न हो। गीता प्रेस के ट्रस्टी कृष्ण कुमार खेमका ने प्रशासन की तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि आग पर जल्द काबू पा लिया गया और सबसे राहत की बात यह रही कि कोई जनहानि नहीं हुई।

प्रशासन की तेज़ी और तत्परता -

सीएम योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद प्रशासन ने रात से ही कार्रवाई शुरू कर दी थी। मलबा हटाने और निर्माण सामग्री जुटाने में कोई देरी नहीं हुई। अधिकारियों और कर्मचारियों ने बिना समय गंवाए शिविर के पुनर्निर्माण की प्रक्रिया तेज कर दी।

श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्राथमिकता -

इस घटना ने प्रशासन और मेलाधिकारी को सतर्कता बढ़ाने की ओर प्रेरित किया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।

प्रभावित शिविर जल्द होंगे तैयार -

मेला प्रशासन का यह प्रयास यह दर्शाता है कि महाकुंभ की गरिमा और श्रद्धालुओं की आस्था को बनाए रखना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। श्रद्धालुओं को जल्द से जल्द पुनर्स्थापित करने और उनके लिए बेहतर सुविधाएं प्रदान करने का वादा प्रशासन ने किया है।