- अखाड़ा परिषद ने कहा धर्म बचाने के लिए बहुत जरूरी
- हरिद्वार कुंभ में संत के वेश में मुस्लिम प्रवेश कर गए थे
- आधार कार्ड अनिवार्य करने की अपील, ताकि हो सके पहचान
प्रयागराज। महाकुंभ में मुस्लिमों के प्रवेश को लेकर एक बार फिर से संतों में विरोध देखा जा रहा है । अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी महराज ने कहा कि हरिद्वार कुंभ में कई मुस्लिम लोगों को संत के वेष में देखा गया था। उन्होंने कहा कोई भी उग्रवादी संत के वेष में कुंभ में प्रवेश कर सकता है। इसलिए सभी के आधार कार्ड देखना बहुत जरूरी है। ताकि उन सभी लोगों की पहचान हो सके।
‘जब कोई अब्दुल अपना नाम सूर्य रखकर परचून की दुकान खोलेगा या टी स्टॉल लगाएगा, तो उसमें जरूर थूकेगा। क्योंकि, उनके मजहब में यह सिखाया जाता है कि हमें हिंदू धर्म को भ्रष्ट करना है। इसलिए हमने कहा कि जितने भी गैर-सनातनी हैं, उनको मेला क्षेत्र में प्लॉट न दिया जाए। हमने मुसलमानों के विरोध के लिए नहीं, धर्म को बचाने के लिए यह बात कही है।’
महाकुंभ में मुस्लिमों की एंट्री बैन करने के समर्थन में यह तर्क साधु-संतों के सबसे बड़े मंच अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी देते हैं। वह मेले की पवित्रता बचाने और इसे सुरक्षित बनाने के लिए कुछ कड़े नियम बनाने की बात करते हैं। मुस्लिमों के बैन पर अपर मेला अधिकारी विवेक चतुर्वेदी ने कहा- यह सब भ्रामक खबर है, ऐसा कोई आदेश सरकार की तरफ से जारी नहीं किया गया है।