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नवाचार से निखरता भविष्य, छात्रों के अनोखे विज्ञान मॉडल

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मेरठ, उत्तर प्रदेश 

देशभर के स्कूलों के होनहार छात्र लगातार नए-नए आविष्कार कर अपने कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं। रोबोटिक्स, पर्यावरण सुरक्षा, स्मार्ट खेती और रक्षा तकनीक हर क्षेत्र में नई पीढ़ी यह सिद्ध कर रही है कि मेहनत और नवाचार की भावना से हर सपना पूरा किया जा सकता है। इसी कड़ी में  मेरठ के बालेराम ब्रजभूषण सरस्वती शिशु मंदिर सीनियर सेकेंड्री स्कूल में चल रहे अखिल भारतीय विज्ञान मेले में ऐसे ही युवा इनोवेटर्स ने अपने अनोखे आइडिया दिखाए।

ध्वंशक एक्स-6 : रक्षा तकनीक में बड़ा कदम

 नोएडा के भाऊराव देवरस सरस्वती विद्या मंदिर में 12वीं के छात्र शानू कुमार ठाकुर ने मल्टीफंक्शनल ड्रोन ‘ध्वंशक एक्स-6’ बनाया है। यह ड्रोन आतंकियों के ड्रोन को नष्ट कर सकता है। इसमें दो मिसाइल सिस्टम, दो किलोमीटर रेंज, जीपीएस कनेक्टिविटी और 17 सैटेलाइट से जुड़ने की क्षमता है। इसमें ‘सुसाइड फीचर’ भी है, जो लक्ष्य को सटीकता से भेदता है।

‘संजीवनी’ और सर्विंग रोबोट : चुनौतियों से प्रेरित नवाचार

बलिया के नागाजी सरस्वती विद्या मंदिर के 12वीं के छात्र कौशिक सिंह ने कई काम के उपकरण बनाए हैं. सर्विंग रोबोट, जो खाना सर्व करता है और एआई की मदद से बात भी कर सकता है और बोरवेल में गिरे बच्चों को बचाने का कार्य करता है।

पराली से प्रेरित ‘स्टबल मैनेजमेंट सिस्टम’

दिल्ली के जीएलटी सरस्वती विद्या मंदिर की छात्रा दोषिका गुप्ता ने पराली के धुएं से परेशान होकर एक स्टबल मैनेजमेंट सिस्टम बनाया है। उनका मॉडल कृषि अवशेषों को जल्दी डी-कंपोज करने में मदद करता है। इससे

-बिजली बन सकती है

-कागज तैयार किया जा सकता है।

-वेस्ट मैनेजमेंट सुधर सकता है, और इथेनाल उत्पादन भी बढ़ाया जा सकता है।

स्मार्ट प्लांट वाटरिंग सिस्टम : पानी की बचत का सरल तरीका

रायगंज के शारदा विद्या मंदिर के छात्र भास्कर बर्मन ने एक ऐसी मशीन बनाई है, जो खुद तय करती है कि पौधों को कब पानी देना है।

- मिट्टी की नमी 20% से कम होते ही यह पानी देना शुरू कर देती है।

- 80% नमी होते ही खुद बंद हो जाती है।

इसे मोबाइल से कहीं से भी कंट्रोल किया जा सकता है। सिर्फ 1200 रुपये की लागत में बना यह सिस्टम पानी की काफी बचत करता है। भास्कर ने बायोनिक हैंड भी बनाया है, जो हाथ खो चुके लोगों के लिए बहुत उपयोगी है। अगर कोशिश जारी रही तो अपने नवाचार और मेहनत से हर बच्चा देश का भविष्य बदल सकता है।