देहरादून में जन औषधि दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीएम के इस ड्रीम प्रोजेक्ट पर सेवा कार्य करते हुए मरीजों को औषधि किट्स बांटे, जबकि हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने जन औषधि केंद्र का निरीक्षण किया और वहां काम कर रहे फार्मसिस्टों से दवाओं के संबंध में जानकारी ली। जन औषधि केंद्र की जानकारी को लेकर अजय भट्ट संतुष्ट नजर आए। जन औषधि केंद्र खुलने से देश में रह रहे हर तबके को राहत मिली है, क्योंकि जो मरीज बाहर मेडिकल स्टोर से महंगी दवाएं नहीं खरीद सकते वह जन औषधि केंद्रों से सस्ते रेट पर दवाएं खरीद सकते हैं। अजय भट्ट ने वहां मौजूद जन औषधि केंद्र से लाभ ले रहे लोगों से जन संवाद भी किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र बनाने का उद्देश्य सामान्य दवाइयां लाभार्थियों को कम से कम कीमतों में उपलब्ध कराना है।
रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि जन औषधि केंद्रों की शुरुआत देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के एक ड्रीम योजना के तहत की गई। जिससे देश के हर गरीब को समुचित इलाज के साथ-साथ सस्ती दवाइयां भी आसानी से मिल सकें और हर किसी व्यक्ति को लाभ मिल सके। इस समय इन केंद्रों में 1759 दवाइयां 280 सर्जिकल उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध हैं, जो बाजार की कीमत से बहुत ही न्यूनतम दाम में मिल जाती हैं। जन औषधि केंद्रों में 50% से 90% की छूट में दवाइयां उपलब्ध है, जो दवाइयां जन औषधि केंद्रों में 10 रुपए में उपलब्ध हो रही हैं, वही दवाइयां बाजार रेट में 100 रुपए में मिल रही हैं। जिसका लाभ देश के हर व्यक्ति को आसानी से मिल रहा है।
अजय भट्ट ने कहा कि अभी तक भारत में 9177 केंद्र खोले जा चुके हैं और साथ ही इस वर्ष 31 दिसंबर 2023 तक भारत में 10000 जन औषधि केंद्र खोले जाने हैं, जिसका श्रेय देश के प्रधानमंत्री मोदी को जाता है। देहरादून में सीएम धामी ने कहा पीएम मोदी के इस प्रोजेक्ट की वजह से देशभर में सस्ती दवाइयों के एक हजार से ज्यादा जन औषधि केंद्र खुल गए हैं और ये सिलसिला जारी है। सीएम ने कहा कि पीएम मोदी ने शुगर, दिल, कैंसर जैसी बीमारियों की दवाएं बेहद सस्ती किए जाने का संकल्प लिया हुआ है और सरकार की पहल की वजह से ये दवाइयां सस्ती भी हो रही हैं। इस अवसर पर सीएम ने रोगियों में जन औषधि किट्स भी वितरित किए।