बरेली,उत्तर प्रदेश
लखीमपुर खीरी की नूरजहां ने धर्मपाल से विवाह करके हिंदू धर्म को अपना लिया। जी हां नूरजहां ने मजहबी दीवार तोड़ते हुए घर वापसी की और अपना नाम पूमन स्वीकार कर लिया, जानकारी के अनुसार नूरजहां और धर्मपाल की मुलाकात दिल्ली में एक खिलौना फैक्ट्री में काम करते हुए हुई थी। दोनों दिल्ली के मुंडेरा इलाके में काम करते थे और किराए के कमरों में रहते थे। दोनों एक-दूसरे को पांच साल से जानते थे। नूरजहां ने बताया कि उन्हें तीन बार तलाक दिया जा चुका था। साथ ही उन्हें हिजाब-बुरका पहनना पसंद नहीं था। वह पिछले पांच साल से भगवान राम को मानती हैं, मंदिर जाती हैं और पूजा करती हैं। साथ ही नूरजहां ने यह भी बताया कि वह अपनी इच्छा से धर्मपाल के साथ शादी की है। नूरजहां के बरेली पहुँचने पर पंडित ने विधि-विधान से उनकी घर वापसी कराई। शुद्धिकरण के बाद उनसे गायत्री मंत्र का पाठ करवाया गया। घर वापसी के बाद नूरजहां ने अपना नाम ‘पूनम’रख लिया। इसके बाद मंदिर में सभी रीति-रिवाजों के साथ दोनों का विवाह सम्पन्न कराया गया।



