वाराणसी
के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में ऑनलाइन संस्कृत ट्रेनिंग सेंटर की
स्थापना हो गई है. यहां संस्कृत शास्त्रों पर आधारित 3 महीना, 6 महीना के सर्टिफिकेट, डिप्लोमा के अगले बैच के प्रवेश की शुरुआत हो चुकी
है. जहां ऑनलाइन नामांकन किया जा सकता है. बड़ी बात यह है कि, देश-विदेश में घर बैठे अभ्यर्थी यहां तक की गृहणिया
भी इस कोर्स में एडमिशन ले सकती हैं. इस बारे में कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने
बताया कि, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस केंद्र की स्थापना के
लिए आर्थिक सहयोग किया गया है. इस पाठ्यक्रम में देश विदेश में रहने वाले एवं
गृहणियों को अध्ययन करने का सुनहरा अवसर मिलेगा. इस कोर्स का लाभ देश के हर वर्ग
को मिलेगा. इसके साथ ही विदेशों में रह रहे इच्छुक लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा.
बड़ी बात यह है, कि
इस कोर्स से लोग जागरूक होंगे और अनेक पाखंड और अंधविश्वास के जड़ को भी समाप्त
करने में यह सहायक होगा.
इस कोर्स में एडमिशन
के लिए संस्कृत की अनिवार्यता भी नहीं होगी. 10 वीं, 12 वीं उत्तीर्ण अभ्यर्थी जो चाहे रजिस्टर्ड होकर जुड़
सकेंगे. इसकी कक्षाएं शाम को चलेंगी. इस कोर्स में 3 और 6 महीने का सर्टिफिकेट और एक वर्षीय डिप्लोमा
सर्टिफिकेट दिया जाएगा. खास बात यह है, कि निर्धारित पाठ्यक्रमों के अध्ययन के बाद नियत
समय पर परीक्षा एवं अभ्यर्थियों को परिणाम,प्रमाणपत्र ऑनलाइन ही प्राप्त होंगे.
इस
कोर्स में नामांकन की प्रक्रिया को ऑनलाइन रखा गया है. 3 महीने और 6 महीने के कोर्स के लिए आवेदन शुल्क 1000 रुपये होगा. जिसे विद्यार्थियो को ऑनलाईन जमा कराना
अनिवार्य होगा.इसके साथ ही छात्र अन्य कोई भी जानकारी
विश्वविद्यालय के वेबसाइट https://ssvvostc.ac.in/ से प्राप्त कर सकते है.
त्रैमासिक
एवं षाण्मासिक पाठ्यक्रम का शुल्क 1000 निर्धारित है.एक बार अभ्यर्थी द्वारा पाठ्यक्रम का
चयन कर लेने के बाद उनमें कोई बदलाव नहीं होगा.कक्षाएं शाम 6 बजे से 10:बजे तक होंगी. कक्षाएं ऑनलाइन संचालित होंगी.
05 पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए के सकते है आवेदन
(1) ज्योतिष
एवं कुण्डली विज्ञान
(2) वास्तु
विज्ञान
(3) संस्कृत
भाषा शिक्षण
(4) कर्मकाण्ड
(5) योग