मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश
मुरादाबाद जनपद के छोटे से गाँव फतेहपुर खास से निकले अमानत अली ने दुनिया को सौर ऊर्जा का नया सूरज दिखाया है, जिससे कम खर्च में ही गांव-गांव रोशन हो सकेंगे। अमातन दक्षिण कोरिया में पीएचडी कर रहे हैं, अपने शोध के दौरान उन्होंने ऐसी द्विपक्षीय पतली परत वाली सौर सेल तकनीक विकसित की है, जिसने अब तक की सर्वश्रेष्ठ दक्षता का रिकॉर्ड बनाया है। इस खोज की सबसे बड़ी ताकत यह है कि यह पर्यावरण को बचाते हुए सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा प्रदान करेगी। जहाँ आज भी करोड़ों लोग महंगी या प्रदूषणकारी ऊर्जा पर निर्भर हैं, वहीं यह तकनीक गांव-गांव तक उजाला पहुँचा सकती है। अमानत का कहना है कि बचपन में गाँव में बिजली की समस्या ने उन्हें गहराई से प्रभावित किया था। इसलिए उनका सपना था कि ऐसी तकनीक बनाई जाए जिसे गरीब से गरीब परिवार भी इस्तेमाल कर सके। यही सोच उन्हें पर्यावरण और समाज, दोनों के लिए उपयोगी खोज करने की प्रेरणा देती रही। उनकी यह तकनीक धूप को आगे और पीछे दोनों तरफ से ग्रहण कर ऊर्जा बनाती है, जिससे कम जगह में अधिक बिजली पैदा होती है। खास बात यह है कि इसमें इस्तेमाल सामग्री और तरीका अपेक्षाकृत सस्ता है, जिससे ऊर्जा उत्पादन की लागत घटेगी और प्रकृति पर बोझ भी कम होगा।