रुड़की, उत्तराखण्ड
उत्तराखंड के रुड़की से एक ऐसी घिनौनी घटना सामने आई है जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। मस्जिद का इमाम नासिर, जो खुद को मजहब का ठेकेदार बताता था, वही 7 साल के मासूम का शोषण करते पकड़ा गया। सोचिए, जिनके हाथ में नमाज और रोजे की जिम्मेदारी दी जाती है, वही कट्टरपंथी अपनी हवस के लिए मासूम बच्चों को भी नहीं छोड़ते। बच्चे ने घर पहुंचकर रोते हुए जब सारी सच्चाई अपने पिता को बताई, तो पिता ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने पोक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर नासिर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। यानी मजहब की आड़ में बैठे ये कट्टरपंथी अपने गंदे इरादों से किसी को भी बख्शने वाले नहीं हैं ना महिला, ना बच्ची और अब तो छोटे मासूम भी सुरक्षित नहीं। यह पहला मामला भी नहीं है। कुछ दिन पहले ही गंगनहर क्षेत्र की एक मस्जिद में 11 साल के बच्चे के साथ भी ऐसी हरकत करने की कोशिश की गई थी। सवाल उठता है कि आखिर ये कैसी विकृत सोच है जो हर जगह हवस और दरिंदगी का खेल खेलती है? कट्टरपंथ का असली चेहरा यही है जहाँ मजहब का नाम केवल ढाल है और असलियत में छुपी है वह हैवानियत, जो न स्त्री को छोड़ती है, न बच्ची को और न ही मासूम बेटे को।