- माता पिता के ईसाई धर्म अपनाने से आहत था लड़का
- परिवार जौनपुर के मड़ियावा क्षेत्र का निवासी है, अब कानपुर में रहते हैं
- 16 दिसंबर को किशोर के परिजनों ने अपहरण का मामला दर्ज कराया
कानपुर। कानपुर के भौंती कस्बे में 17 साल के एक किशोर ने अपने माता-पिता के ईसाई धर्म अपनाने से आहत होकर घर छोड़ दिया। यह घटना उस समय सामने आई जब किशोर के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई और पुलिस को घर से एक पत्र मिला, जिसमें किशोर ने अपने दिल का दर्द बयाँ किया।
स्थानीय रिपोर्ट्स के अनुसार, किशोर ने पत्र में लिखा, "मम्मी-पापा, आपने धर्म बदलकर सब कुछ पा लिया, लेकिन मुझे खो दिया। मैं इस धर्म में नहीं रह सकता।" यह पत्र किशोर के परिवार के धर्म परिवर्तन से जुड़ी उसकी नाखुशी और परेशानी को स्पष्ट करता है। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि किशोर के माता-पिता ने करीब तीन महीने पहले ईसाई धर्म अपनाया था, हालांकि उन्होंने इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं दिया।
परिवार जौनपुर के मड़ियावा क्षेत्र का निवासी है और भौंती कस्बे में किराए के मकान में रहता है। किशोर ने 14 दिसंबर की सुबह लगभग चार बजे घर छोड़ा, जब वह स्कूल का बैग और जैकेट लेकर बाहर गया था। उसका पिता ठेले पर कपड़े बेचता है और परिवार में उसकी माँ और 13 साल का छोटा भाई भी हैं। 16 दिसंबर को किशोर के परिजनों ने अपहरण का मामला दर्ज कराया।
पुलिस ने जांच के दौरान किशोर द्वारा छोड़ा गया पत्र बरामद किया, जिसमें किसी धर्म का नाम तो नहीं था, लेकिन जांच में यह पुष्टि हुई कि किशोर के माता-पिता ने ईसाई धर्म अपनाया है। एसीपी पनकी शिखर ने बताया कि पुलिस किशोर की तलाश में जुटी है, और उसकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करना अभी तक सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है।
यह घटना यूपी में धर्मांतरण से संबंधित पहले के मामलों को फिर से तूल देती है, जहां अक्सर प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया जाता है। किशोर के पत्र ने इस मामले को और भी भावुक बना दिया है, क्योंकि उसने साफ शब्दों में लिखा है कि वह ईसाई धर्म में असहज महसूस करता है, जिसके कारण उसने घर छोड़ने का निर्णय लिया। पुलिस इस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है, लेकिन किशोर की सुरक्षित वापसी के लिए प्रयास जारी हैं।