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कानपुर : 150 साल पुराना शिव मंदिर कब्जामुक्त

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- भारी संख्या में पहुंच रहे हैं श्रद्धालु, आज होगी पूजा-अर्चना

- स्थानीय लोगों और न्यायालय के सहयोग से कराया गया खाली 

- शिवलिंग पर जलाभिषेक और मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत पूजा होगी संपन्न 

कानपुर। कानपुर के पेचबाग इलाके में स्थित 150 साल पुराने शिव मंदिर को प्रशासन और स्थानीय लोगों के सहयोग से कब्जामुक्त कराया गया है। इस ऐतिहासिक मंदिर पर कई वर्षों से अवैध कब्जा था, जिसे हटाने के लिए प्रशासन ने सख्त कदम उठाए। मंदिर को कब्जामुक्त कराए जाने के बाद आज विधि-विधान से पूजा-अर्चना का आयोजन किया जाएगा।

मंदिर की ऐतिहासिकता :

यह शिव मंदिर लगभग 150 साल पुराना है और स्थानीय लोगों के लिए धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का केंद्र रहा है। मंदिर में वर्षों से नियमित पूजा नहीं हो पा रही थी क्योंकि उस पर अवैध कब्जा कर लिया गया था। स्थानीय प्रशासन ने अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मंदिर को खाली कराया। यह कार्रवाई स्थानीय लोगों के सहयोग और न्यायालय के निर्देशों के तहत की गई। मंदिर का पुनर्निर्माण और सफाई कार्य तेजी से किया गया ताकि श्रद्धालु पूजा-अर्चना कर सकें।

मंदिर में आज सुबह से विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया जाएगा। शिवलिंग पर जलाभिषेक और मंत्रोच्चारण के साथ विधिवत पूजा संपन्न होगी। मंदिर को लेकर स्थानीय लोगों में भारी उत्साह है। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। मंदिर के पुनः उद्घाटन को लेकर क्षेत्र में उत्सव जैसा माहौल है।

स्थानीय प्रशासन का बयान :

प्रशासन का कहना है कि ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है। इस तरह की अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई अन्य धार्मिक स्थलों पर भी जारी रहेगी।

स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया :

मंदिर को कब्जामुक्त कराए जाने पर स्थानीय निवासियों ने प्रशासन का आभार व्यक्त किया। लोगों का कहना है कि यह मंदिर उनकी आस्था का केंद्र है और इसके पुनः संचालन से उनकी धार्मिक भावनाएं जागृत होंगी।

इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के संरक्षण और पुनर्स्थापना के प्रयासों में स्थानीय लोगों और प्रशासन के सहयोग से सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि कानपुर की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा भी है।