आगरा, उत्तर प्रदेश
आगरा की रिशिका मिश्रा अपने मेहनत और लग्न से मूक-बधिर बच्चों के जीवन में नई रोशनी ला रही हैं। जी हां रिशिका मिश्रा ने यह सिद्ध कर दिया है कि सच्ची शिक्षा वही है, जो हर जरूरतमंद तक पहुँच सके, बता दें आवास विकास सेक्टर-12 सी की रहने वाली रिशिका ने वर्ष 2018 में कौशांबी जिले के प्रकाश किरन एजुकेशन इंस्टीट्यूट से साइन लैंग्वेज में डिप्लोमा किया। इसके बाद उन्होंने मूक-बधिर बच्चों को निशुल्क पढ़ाना शुरू किया। इस नेक काम की प्रेरणा उन्हें अपने नाना विनोद बिहारी तिवारी से मिली, जो स्वयं भी मूक-बधिर बच्चों को बिना शुल्क पढ़ाते थे। आज रिशिका आगरा के केंद्रीय विद्यालय नंबर-2 में विशेष शिक्षिका के रूप में कार्य कर रहीं हैं। यहां वो विशेष बच्चों को पढ़ाती हैं और उनके जीवन को सरल बनाने का प्रयास कर रही हैं। इसके अलावा वे यूट्यूब और इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्मों पर भी सक्रिय हैं, जहां साइन लैंग्वेज के प्रति लोगों को जागरूक कर रही हैं। रिशिका मिश्रा का यह प्रयास न केवल बच्चों की शिक्षा में मदद कर रहा है, बल्कि समाज को भी एक उदाहरण दे रहा है।



