कासगंज, उत्तर प्रदेश
पहले आटा पिसवाने या तेल निकलवाने के लिए ग्रामीणों को दूरदराज के कस्बों तक जाना पड़ता था। इसमें समय और धन दोनों का अपव्यय होता था।
लेकिन कासगंज के सलेमपुर गाँव के लोगों की मेहनत और नवाचार से तस्वीर बदल रही है और इस नवाचार को उड़ान दी है यहाँ के कर्मठ और दूरदर्शी प्रधान कल्पेश चौहान जी के प्रयासों ने। प्रधान जी के अथक प्रयासों से, ग्राम सलेमपुर में एक आटा चक्की मिल और एक स्पेलर तेल प्लांट स्थापित किया गया है। यह पहल गाँव के विकास की दिशा में एक मील का पत्थर साबित हुई है। अब सलेमपुर के ग्रामीणों को अपनी दैनिक जरूरतों के लिए गाँव से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। अनाज पिसवाने से लेकर शुद्ध तेल निकलवाने तक, सभी सुविधाएँ उन्हें अब स्थानीय स्तर पर ही मिल रही हैं।
यह प्रयास केवल एक सुविधाएं ही नहीं, बल्कि गाँव में ही रोजगार के अवसर भी प्रदान कर रहा है। इस प्लांट और मिल के स्थापित होने से स्थानीय युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर सृजित हुए हैं, जिससे पलायन भी कम होगा।
प्रधान कल्पेश चौहान का यह प्रयास दिखाता है कि दृढ़ इच्छाशक्ति, नवीन सोच और सही नेतृत्व मिले... तो एक छोटे से गाँव से भी बड़ी क्रांति लाई जा सकती है।



