- महापौर ने मंदिर का जीर्णोद्धार व्यक्तिगत स्तर पर कराने का आश्वासन दिया
- हनुमान चालीसा पाठ के साथ आरती का आयोजन किया गया
अलीगढ़। अलीगढ़ के सराय मियां इलाके में 19 दिसंबर को पुलिस की मौजूदगी में एक प्राचीन शिव मंदिर और धर्मशाला का पता चला, जो लंबे समय से देखरेख के अभाव में बदहाल स्थिति में थे। अब इनका जीर्णोद्धार करने के प्रयास शुरू हो गए हैं।
महापौर से माहौर समाज ने की मुलाकात -
20 दिसंबर को माहौर समाज के पार्षद और वरिष्ठ नागरिक पूर्व महापौर शकुंतला भारती के नेतृत्व में महापौर प्रशांत सिंघल से मिले। उन्होंने 100 साल पुराने शिव मंदिर और धर्मशाला के जीर्णोद्धार की मांग की। महापौर ने नगर निगम की ओर से धर्मशाला के पुनर्निर्माण और मंदिर का जीर्णोद्धार व्यक्तिगत स्तर पर कराने का आश्वासन दिया।
इस दौरान पार्षद सूरज माहौर, राकेश ठाकुर, सतीश कुमार, सौरभ वार्ष्णेय, भजनलाल माहौर, विनोद माहौर, करण माहौर, संजय माहौर और सुनील माहौर सहित कई प्रमुख लोग मौजूद रहे।
घनी मुस्लिम आबादी में मिला मंदिर -
सराय मियां की वर्तमान घनी मुस्लिम आबादी के बीच माहौर समाज का यह मंदिर और धर्मशाला स्थित है। कभी यह क्षेत्र माहौर समाज की घनी आबादी वाला था, लेकिन समय के साथ उन्होंने अपने मकान बेचकर अन्य स्थानों पर बसना शुरू कर दिया। अब मंदिर और धर्मशाला लंबे समय से उपेक्षित थे।
हिंदू संगठनों ने की सफाई और आरती -
19 दिसंबर को हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों ने पुलिस की उपस्थिति में मंदिर परिसर की साफ-सफाई की। इसके बाद 20 दिसंबर को भाजयुमो महानगर मंत्री हर्षद हिंदू के नेतृत्व में गंगाजल से मंदिर परिसर को शुद्ध किया गया और हनुमान चालीसा पाठ के साथ आरती का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में बजरंग दल के नेता अंकुर शिवाजी, ब्रजेश कंटक, गोविंद वार्ष्णेय, भू प्रकाश माहौर, भजनलाल माहौर, सतीश माहौर, विशाल देशभक्त, हरिप्रसाद माहौर, जूबिन वार्ष्णेय और मन्नू पंडित सहित अन्य पदाधिकारी शामिल हुए।
जीर्णोद्धार की दिशा में कदम -
माहौर समाज और हिंदू संगठनों के इस प्रयास से मंदिर और धर्मशाला को फिर से जीवंत करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। महापौर के आश्वासन और नगर निगम के सहयोग से इन ऐतिहासिक स्थलों का जीर्णोद्धार जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है, जिससे यह स्थान फिर से धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व प्राप्त करेगा।