मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश
मुरादाबाद का यह किसान ट्रेंड नहीं, परंपरा में नवाचार लेकर आया है, क्योंकि यहाँ सरसों से निकल रहा है100% शुद्ध, ऑर्गेनिक तेल वह भीबिना किसी रासायनिक प्रयोग के। किसान शुभांकर का दावा है कि खेती से लेकर तेल निकालने तक बस एक
नियम है। केमिकल और मिलावट रहित शुभांकर पीली सरसों की खेती पूरी तरह ऑर्गेनिक तरीके से करते
हैं. खेतों में किसी भी तरह के रासायनिक खाद का इस्तेमाल नहीं होता. इसके बजाय वे
सिर्फ जीवामृत, वर्मी कम्पोस्ट और केंचुआ खाद जैसे प्राकृतिक उर्वरकों का उपयोग करते हैं.
सरसों तैयार होने पर उससे तेल निकाला जाता है, जो बिना किसी
मिलावट का होता है। यही वजह है कि इस तेल की खुशबू और इसकी गुणवत्ता ग्राहकों का दिल
जीत लेती है। शुभांकर
इस ऑर्गेनिक सरसों के तेल को 250 रुपये प्रति किलो के हिसाब से
बेच रहे हैं।
इस तेल की डिमांड इतनी है कि आसपास के गाँव
ही नहीं बल्कि दूर-दूर के ग्राहकों से भी लगातार ऑर्डर आ रहे हैं। किसान कहते हैं हमारा मकसद ज्यादा उत्पादन नहीं, बल्कि शुद्धता है और इसी शुद्धता ने इन्हें दिया है, तगड़ा मुनाफा!
क्योंकि शुद्ध सरसों का ये तेल अब बन चुका है लोगों की पहली पसंद। यह कहानी बताती है कि अगर मेहनत के साथ सच्चाई हो तो मिट्टी से
निकली हर वस्तु सोना बन जाती है। मुरादाबाद के किसान शुभांकर ने अपने नवाचार से साबित कर दिया है कि
ऑर्गेनिक की राह से ही है कमाई की गारंटी।



