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महाकुंभ से पहले बाबा विश्वनाथ की मंगल आरती का समय बदला, सुरक्षा के कड़े प्रतिबंध

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- मंगला आरती, मध्याह्न भोग, सप्तर्षि और शयन आरती के समय में 15-15 मिनट का समय घटाया व बढ़ाया गया है। यह शेड्यूल महाकुंभ के दौरान लागू रहेगा

- श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की ओर से जारी शेड्यूल के अनुसार बाबा विश्वनाथ की मंगला आरती अब भोर में 2:45 बजे से 3:45 बजे तक होगी। वहीं, महाशिवरात्रि पर बाबा की मंगला आरती 2:15 बजे से 3:15 बजे तक होगी। मध्याह्न भोग आरती 11:35 बजे से 12:15 बजे तक होगी

वाराणसी। महाकुंभ के शुरू होने के पहले श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। महाकुंभ से पहले से भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने मंगला आरती के समय में बदलाव किया है। मंदिर की सुरक्षा को देखते हुए मंदिर कॉरिडोर में अग्निकांड पर त्वरित कार्यवाही करते हुए मॉकड्रिल की भी गई है। मंदिर न्यास ने महाकुंभ के दौरान आरती और भोग का नया शेड्यूल तैयार किया है। इसमें आरती के समय बदलाव किया गया है। 

मंदिर न्यास की ओर से महाकुंभ के लिए चार प्रहर की आरती का शेड्यूल शनिवार को जारी किया गया। इसमें मंगला आरती, मध्याह्न भोग, सप्तर्षि और शयन आरती के समय में 15-15 मिनट का समय घटाया व बढ़ाया गया है। यह शेड्यूल महाकुंभ के दौरान लागू रहेगा।

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की ओर से जारी शेड्यूल के अनुसार बाबा विश्वनाथ की मंगला आरती अब भोर में 2:45 बजे से 3:45 बजे तक होगी। वहीं, महाशिवरात्रि पर बाबा की मंगला आरती 2:15 बजे से 3:15 बजे तक होगी। मध्याह्न भोग आरती 11:35 बजे से 12:15 बजे तक होगी। बाबा की सप्तऋषि आरती शाम को सात बजे से आठ बजे तक होगी। महाशिवरात्रि पर सप्तऋषि आरती नहीं होगी और पूर्णिमा पर शाम को 6:15 बजे से 7:15 बजे तक होगी। शृंगार भोग आरती रात में 8:45 बजे से 9:45 बजे तक होगी। 

सोमवार को रात्रि में नौ बजे से 10 बजे और पूर्णिमा पर रात्रि में आठ बजे से नौ बजे तक होगी। महाशिवरात्रि पर शृंगार भोग आरती नहीं होगी। शयन आरती रात्रि में 10:30 बजे से 11 बजे तक होगी। सोमवार को शयन आरती रात्रि में 10:45 बजे से 11:15 बजे तक होगी। महाशिवरात्रि पर शयन आरती नहीं होगी। 

महाशिवरात्रि की रात्रि में मंदिर का कपाट बंद नहीं होगा तथा रात्रि में 11 बजे से अगले दिन प्रात: 6:30 बजे तक चार प्रहर की आरती होगी। महाशिवरात्रि की अगली सुबह मंगला आरती नहीं होगी। मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि महाकुंभ की भीड़ को देखते हुए और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आरती और भोग का शेड्यूल जारी किया गया है।

श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में की मॉकड्रिल -

महाकुंभ के दौरान वाराणसी में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ाने का अनुमान है। श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में आने वाले श्रद्धालुओं के सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए अग्निशमन विभाग, पुलिस विभाग, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ एवं मंदिर प्रशासन ने शनिवार को संयुक्त रूप से मॉकड्रिल की। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि अगर आप भीड़ में फंस जाते हैं तो उस दौरान कैसे बचाव कर सकते हैं। अग्निशमन द्वितीय अधिकारी ऋषभ दुबे ने बताया कि अग्निशमन यूनिट द्वारा मंदिर कॉरिडोर में अग्निकांड पर त्वरित कार्यवाही करते हुए मॉकड्रिल की गई। 

रात 10 से सुबह 6 बजे तक श्रद्धालुओं की बसें जा सकेंगी राजघाट तक -

श्रद्धालुओं की बसें अब रोजाना रात 10 से सुबह 6 बजे तक लहरतारा-चौकाघाट फ्लाईओवर होते हुए राजघाट तक जा सकेंगी। इस संबंध में एडीसीपी ट्रैफिक राजेश कुमार पांडेय ने शनिवार को बताया कि बाहर से काशी आने वाले श्रद्धालुओं की सहूलियत को देखते हुए उनके राजघाट तक जाने की व्यवस्था बनाई गई है। 

कालभैरव मंदिर के प्रवेश द्वार के सामने जूते-चप्पल नहीं उतारेंगे श्रद्धालु -

महाकुंभ के मद्देनजर शनिवार को मेयर अशोक तिवारी ने पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के साथ कालभैरव मंदिर और उसके आसपास की गलियों का निरीक्षण किया। तय किया गया कि मंदिर के प्रवेश द्वार के सामने श्रद्धालु अपने जूते-चप्पल नहीं उतारेंगे। बल्कि, मंदिर से थोड़ा पहले ही रैक रख कर जूते-चप्पल रखवाने की व्यवस्था की जाएगी। 

पुलिस आयुक्त ने कहा कि मंदिर में प्रवेश और निकास के रास्ते अलग-अलग होंगे। आवश्यकतानुसार क्षेत्र में बैरिकेडिंग कराई जाए। श्रद्धालुओं के सहयोग के लिए खोली गई पर्यटक पुलिस चौकी में दो शिफ्ट में पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। पुलिस आयुक्त ने कहा कि दुकानदार सामान गली में न फैलाएं। वाहन भी ऐसे खड़े करें कि आवागमन बाधित न हो। उधर, मेयर ने गलियों के बिजली के तारों को सुव्यवस्थित कराने का निर्देश दिया।