- संभल में 1978 को हुए दंगे की फिर से खुलेगी फाइल, प्रदेश सरकार ने सात दिनों में मांगी रिपोर्ट
- प्रदेश सरकार ने सात दिनों में रिपोर्ट मांगी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संभल प्रशासन और पुलिस मामले की जांच करेंगे।
मुरादाबाद। संभल में जामा मस्जिद सर्वे के बाद सीएम योगी ने 1978 में हुए हिंदुओं पर संघार की फाइल खोलने का आदेश दिया है। उन्होंने गुरुवार को विधानसभा में स्पष्ट कर दिया है कि एक भी दोषी को हम छोड़ेंगे नहीं । मुख्यमंत्री के आदेश के बाद पूरे जिले के आला अधिकारी इस मामले को लेकर टीम गठित कर सबको काम बांट दिया है। संभल में वर्ष 1978 का दंगा 29 मार्च को हुआ था। इस दंगे में शहर जल उठा था। हालात को संभालने के लिए प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया था। उत्तर प्रदेश के संभल में 1978 में हुए दंगे की फाइल फिर से खुलेगी। प्रदेश सरकार ने सात दिनों में रिपोर्ट मांगी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, संभल प्रशासन और पुलिस मामले की जांच करेंगे। बता दें कि दिसंबर में विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभल दंगे पर वक्तव्य दिया। इसके बाद से इस दिशा में काम तेज हो गया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में संभल दंगे पर वक्तव्य दिया था। जिसमें कहा था कि 1947 से लेकर अभी तक संभल में 209 हिंदुओं की जान दंगों के चलते गई है। संभल में 29 मार्च 1978 को दंगे के दौरान आगजनी की घटनाएं हुई थीं। इस घटना में कई हिंदू मारे गए थे। भय के चलते 40 रस्तोगी परिवारों को घर छोड़कर भागना पड़ा। पलायन के गवाह अभी मौजूद हैं। मंदिर में कोई पूजा करने वाला बचा नहीं था। घटना के 46 साल बाद अभी तक किसी को सजा तक नहीं मिली। प्रशासन और स्थानीय लोगों की सक्रियता से 46 साल से बंद मंदिर के पट खुले। इसके बाद से अधिकारी संभल दंगों से जुड़ी फाइलों को खंगालने लगे थे।
संभल में दो महीने लगा था कर्फ्यू
संभल में वर्ष 1978 का दंगा 29 मार्च को हुआ था। इस दंगे में शहर जल उठा था। हालात को संभालने के लिए प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया था। फिर भी शहर में दोनों समुदायों के बीच तनावपूर्ण स्थिति बनी रही। ऐसी स्थिति में कर्फ्यू का अंतराल बढ़ता गया। संभल में दो महीने तक तक कर्फ्यू लगा रहा।