- कार्रवाई के दौरान पूरे कस्बे में हड़कंप मचा रहा। प्रशासन ने कार्रवाई से पहले रविवार रात ही सभी दुकानदारों से उनकी दुकानें खाली करवा ली थीं।
- सोमवार सुबह से ही प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की हलचल मौके पर शुरू हो गई।
रामपुर। मिलक कस्बे में बिलासपुर रोड स्थित 23 दुकानों को लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) द्वारा ध्वस्त कर दिया गया। देखते ही देखते बुलडोजर कार्रवाई में सभी दुकानें मलबे में तब्दील हो गईं। इस दौरान मौके पर व्यापारी और कब्रिस्तान कमेटी के सदस्य भी मौजूद थे, लेकिन प्रशासन और पुलिस के सामने बेबस नजर आए।
कार्रवाई के दौरान पूरे कस्बे में हड़कंप मचा रहा। प्रशासन ने कार्रवाई से पहले रविवार रात ही सभी दुकानदारों से उनकी दुकानें खाली करवा ली थीं। सोमवार सुबह से ही प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की हलचल मौके पर शुरू हो गई। दो जेसीबी मशीनों को बुलाकर सुबह से ही ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी गई।
23 दुकानें की गईं ध्वस्त -
प्रशासन द्वारा ध्वस्त की गई दुकानों की संख्या 23 बताई जा रही है। यह दुकानें करीब 25 साल पहले कब्रिस्तान कमेटी द्वारा बनवाई गई थीं और इन्हें किराए पर दिया गया था। दुकानों से आने वाला किराया मदरसा और मस्जिद के कार्यों पर खर्च किया जाता था।
नोटिस देकर दी गई थी चेतावनी -
लोक निर्माण विभाग ने ध्वस्तीकरण से पहले शनिवार को सभी दुकानदारों को नोटिस जारी किया था। नोटिस में उन्हें एक दिन की मोहलत देकर अपनी दुकानें खाली करने का निर्देश दिया गया था।
दुकानदारों का आरोप -
दुकानदारों ने आरोप लगाया कि ये दुकानें उन्हें कब्रिस्तान कमेटी द्वारा आवंटित की गई थीं। वे हर महीने इसका किराया नियमित रूप से जमा कर रहे थे। बावजूद इसके, बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के उनकी दुकानें तोड़ दी गईं।
मौके पर बड़ी संख्या में अधिकारी मौजूद -
ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान नगर पालिका और पीडब्ल्यूडी के अधिकारी एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजूद थे। मौके पर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। कार्रवाई के चलते आस-पास के लोग भी मौके पर जमा हो गए और पूरे कस्बे में अफरातफरी का माहौल रहा।
व्यापारियों में रोष -
दुकानों के ध्वस्तीकरण के बाद व्यापारियों ने नाराजगी व्यक्त की है। उनका कहना है कि बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए उनकी रोजी-रोटी पर प्रभाव पड़ा है। हालांकि, प्रशासन ने इसे सरकारी आदेश के तहत की गई कार्रवाई बताया है।