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व्रती महिलाओं ने 36 घंटे के बाद तोड़ा व्रत, पूजा सम्पन्न

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उत्तर प्रदेश/ उत्तराखंड


- वाराणसी में व्रती महिलाओं  पर हेलीकाप्टर से हुई पुष्प वर्षा
- संगम तट हजारों महिलाएं रहीं साक्षी, विध-विधान से पूजा


वाराणसी में छठ पर्व के अवसर पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। यह आयोजन भक्तों के स्वागत और छठ पूजा के महत्त्व को दर्शाने के लिए किया गया। छठ पर्व के दौरान वाराणसी के घाटों पर श्रद्धालु सूर्य देवता की पूजा करते हैं, और पुष्प वर्षा ने इस महोत्सव को और भी भव्य बना दिया। 


उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में छठ पर्व को लेकर खास उत्साह देखा गया। लाखों श्रद्धालु, विशेषकर महिलाएं, 36 घंटे का कठिन उपवास करके घाटों पर पहुंचीं और सूर्य देवता को अर्घ्य अर्पित किया। इन राज्यों में गंगा, यमुना, सरयू जैसी प्रमुख नदियों के घाटों पर छठ पूजा के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। प्रशासन ने सुरक्षा, स्वच्छता, और भीड़ प्रबंधन के कड़े प्रबंध किए,  जिससे श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के पूजा संपन्न की।

उत्तर प्रदेश में छठ पर्व की प्रमुख झलकियां:

वाराणसी-

वाराणसी के गंगा घाटों पर छठ पूजा के अवसर पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई। घाटों पर रोशनी और सजावट से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। प्रशासन ने घाटों की साफ-सफाई के साथ सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए थे।

प्रयागराज-

संगम तट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और छठ पूजा की। प्रशासन ने यहां के घाटों पर पानी में बैरिकेडिंग और लाइफ गार्ड्स की व्यवस्था की थी। 

लखनऊ-

गोमती नदी के किनारे बने घाटों पर भी लोगों ने सूर्य को अर्घ्य दिया। यहां शहर के कई हिस्सों में जलाशयों और तालाबों में भी लोगों ने श्रद्धा पूर्वक पूजा की।


उत्तराखंड में छठ की धूम:

हरिद्वार-

हरिद्वार में गंगा के किनारे छठ पूजा का आयोजन किया गया। यहां पर भी भक्तों की भारी भीड़ देखी गई और प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए। यहां के घाटों पर सुंदर सजावट और विशेष इंतजाम से भक्तों ने पूजा का आनंद लिया।

देहरादून और ऋषिकेश-

यहां भी श्रद्धालुओं ने घाटों पर पूजा की और प्रशासन ने घाटों पर सुरक्षा और सफाई का ध्यान रखा।

प्रशासन और सरकार के विशेष इंतजाम-

दोनों राज्यों की सरकारों ने छठ पर्व के दौरान नदियों के किनारे और तालाबों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा। जगह-जगह मेडिकल कैंप, पानी की व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण के लिए पुलिस बल की तैनाती की गई थी। 

छठ पर्व के समापन के साथ ही श्रद्धालुओं ने व्रत तोड़ा और अपने परिवार की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की।