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ब्यावर में हिंदू बच्चियों को फंसाने वाला गैंग बेनकाब, धर्मांतरण के प्रयास का आरोप

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ब्यावर (राजस्थान): 

- इस मामले में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं, अजमेर के वकीलों ने आरोपियों का केस लड़ने से इनकार कर दिया है

- रिपोर्ट के अनुसार, गैंग के सदस्य हिंदू बच्चियों को फंसाकर उन्हें मस्जिद ले जाने और मौलवियों से मिलने के लिए मजबूर कर रहे थे

राजस्थान के ब्यावर में हिंदू बच्चियों को फंसाने और उनका धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश करने वाला एक मुस्लिम गैंग सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। वहीं, अजमेर के वकीलों ने आरोपियों का केस लड़ने से इनकार कर दिया है।

गैंग की हरकतें और बच्चियों पर दबाव-  

रिपोर्ट के अनुसार, गैंग के सदस्य हिंदू बच्चियों को फंसाकर उन्हें मस्जिद ले जाने और मौलवियों से मिलने के लिए मजबूर कर रहे थे। बच्चियों को रोजा रखने, नमाज पढ़ने और कलमा पढ़ने की ट्रेनिंग दी जाती थी।

- गैंग द्वारा हिंदू बच्चियों को सिगरेट पीने और अन्य लड़कियों से दोस्ती करने के लिए मजबूर किया जाता था।

- जींस-टॉप पहनने पर रोक लगाई जाती थी और बुरका पहनने के लिए कहा जाता था।

- मना करने पर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी जाती थी।

- ब्लैकमेल करने के लिए अश्लील तस्वीरें और वीडियो बनाए जाते थे।

- लड़कियों को पैसे देने और अन्य लड़कियों को फंसाने के लिए कहा जाता था।


पीड़िताओं के खुलासे-

एक पीड़िता ने बताया कि उसे एक मुस्लिम युवक ने दोस्ती के जाल में फंसाया और धमकी देकर कैफे में बुलाया। वहां उससे गलत हरकत की गई और उसकी तस्वीरें ली गईं, जिनका इस्तेमाल ब्लैकमेलिंग के लिए किया गया।

- पीड़िता के अनुसार, उसे जबरन नमाज और रोजा रखने को कहा जाता था।

- जींस-टॉप पहनने पर धमकी दी जाती थी और धर्म परिवर्तन करने के लिए कहा जाता था।

- उसने 10,000 रुपये तक गैंग के सदस्यों को दे दिए थे।

- धमकियों के कारण वह किसी से मदद नहीं मांग सकी।

एक अन्य पीड़िता ने बताया कि करीम नामक युवक ने उसे अपने दोस्त सोहेल मंसूरी, रेहान मंसूरी और अन्य के माध्यम से फंसाया। उसे नमाज पढ़ने, बुर्का पहनने और परिवार को खतरे में डालने की धमकी दी जाती थी।

पुलिस कार्रवाई और आरोपी गिरफ्तार-

मामले में पुलिस ने रिहान मोहम्मद (20 वर्ष), सोहेल अंसारी (19 वर्ष), लुकमान (20 वर्ष), अरमान पठान (19 वर्ष), साहिल कुरैशी (19 वर्ष) को गिरफ्तार किया है। कोर्ट ने सभी आरोपियों को चार दिन की रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस अब इस मामले में सबूत जुटा रही है।

- आरोपियों की गाड़ियाँ जब्त कर ली गई हैं।

- फॉरेंसिक टीम ने सबूत इकट्ठा किए हैं।

- नदीम कुरैशी नामक एक अन्य संदिग्ध से पूछताछ जारी है।

- पुलिस ने कहा कि ‘लव जिहाद’ का कोई स्पष्ट एंगल नहीं मिला है, लेकिन मामले की गहन जांच जारी है।

परिजनों की प्रतिक्रिया और कानूनी पहलू-

आरोपियों के परिवारों ने हिंदू पीड़िताओं को ही दोषी ठहराने की कोशिश की है। वहीं, अजमेर के वकीलों ने आरोपियों का केस लड़ने से इनकार कर दिया है। गौरतलब है कि राजस्थान में पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं। पुलिस प्रशासन इस केस को गंभीरता से ले रहा है और जल्द ही इस पर विस्तृत रिपोर्ट पेश करेगा।