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महाकुंभ: श्रद्धालुओं का सैलाब, दो दिनों में चलीं 100 विशेष ट्रेनें, रेलवे ने लागू किया इमरजेंसी प्लान

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महाकुंभ: श्रद्धालुओं का सैलाब, दो दिनों में चलीं 100 विशेष ट्रेनें, रेलवे ने लागू किया इमरजेंसी प्लान

- बीते दो दिनों में 100 से अधिक विशेष ट्रेनों का संचालन किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाया जा सके

- वसंत पंचमी के दो दिन बाद भी संगम नगरी में भक्तों का रेला उमड़ रहा है, जिससे रेलवे स्टेशनों और अस्थायी बस स्टैंडों पर भारी भीड़ देखने को मिल रही है 

प्रयागराज: महाकुंभ में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ को देखते हुए रेलवे ने इमरजेंसी प्लान लागू कर दिया है। बीते दो दिनों में 100 से अधिक विशेष ट्रेनों का संचालन किया गया है, जिससे श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक सुरक्षित पहुंचाया जा सके। वसंत पंचमी के दो दिन बाद भी संगम नगरी में भक्तों का रेला उमड़ रहा है, जिससे रेलवे स्टेशनों और अस्थायी बस स्टैंडों पर भारी भीड़ देखने को मिल रही है।  

रेलवे का इमरजेंसी प्लान लागू-  

बृहस्पतिवार से ही रेलवे ने इमरजेंसी प्लान को सक्रिय कर दिया था। शुक्रवार को प्रयागराज जंक्शन पर यात्रियों की संख्या को देखते हुए विशेष प्रबंध किए गए। सुबह 8 बजे से ही एकल दिशा प्रवेश प्रणाली लागू की गई, जिसमें सिटी साइड से यात्रियों को प्रवेश और सिविल लाइंस साइड से निकासी दी गई। आरक्षित टिकट धारकों को गेट नंबर 5 से इंट्री दी गई, जबकि अन्य यात्रियों के लिए दिशावार रूट के अनुसार यात्री आश्रय स्थल से प्रवेश की व्यवस्था की गई।  

100 से अधिक विशेष ट्रेनें चलाई गईं-  

शुक्रवार शाम 6 बजे तक प्रयागराज से 100 विशेष ट्रेनों का संचालन किया गया, जिसमें रात तक और वृद्धि होने की संभावना थी। विभिन्न स्टेशनों से चलाई गई ट्रेनों की संख्या इस प्रकार रही:  

- प्रयागराज जंक्शन: 51 ट्रेनें  

- नैनी: 17 ट्रेनें  

- सूबेदारगंज एवं प्रयाग: 07-07 ट्रेनें  

- फाफामऊ: 03 ट्रेनें  

- प्रयागराज रामबाग: 04 ट्रेनें  

- झूंसी: 11 ट्रेनें  

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, वसंत पंचमी के अवसर पर चलाई गई विशेष ट्रेनों की तुलना में बीते दो दिनों में अधिक ट्रेनें चलाई गई हैं। शुक्रवार देर रात तक और दर्जनभर विशेष ट्रेनें चलाए जाने की संभावना जताई गई थी।  

यात्रियों को मिलेगा रिफंड- 

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कुछ ट्रेनों को निरस्त भी किया गया। रेलवे ने सफर न कर पाने वाले यात्रियों को नियमानुसार रिफंड देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जनवरी माह में भी रेलवे ने रिकॉर्ड संख्या में विशेष ट्रेनों का संचालन किया था, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।  


रेलवे अधिकारी का बयान-  

उत्तर मध्य रेलवे (NCR) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) शशिकांत त्रिपाठी ने बताया कि महाकुंभ के दौरान रेलवे पूरी तरह मुस्तैद है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए ट्रेनों की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है और भीड़ प्रबंधन के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं।  

महाकुंभ की दिव्यता और भव्यता बरकरार-  

महाकुंभ में आस्था की लहर देखते ही बन रही है। श्रद्धालु संगम में पुण्य स्नान के लिए उमड़ रहे हैं और प्रशासन उनकी सुविधा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है। रेलवे की यह विशेष व्यवस्था यात्रियों को सुगम और सुरक्षित यात्रा प्रदान करने में सहायक सिद्ध हो रही है।