महाकुंभ: श्रद्धालुओं की भीड़ का नया रिकॉर्ड, 25 दिनों में 40 करोड़ ने लगाई आस्था की डुबकी
- शुक्रवार को 94 लाख श्रद्धालुओं के स्नान के साथ यह स्वर्णिम उपलब्धि हासिल हुई। महाकुंभ अभी 19 दिन और जारी रहेगा, और संभावना है कि यह आंकड़ा 50 करोड़ तक पहुंच सकता है
- श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम 8 से 27 फरवरी तक 3050 विशेष बसें चलाएगा। ये बसें अस्थायी बस स्टेशनों से संचालित होंगी, जिससे यात्रियों को आने-जाने में आसानी होगी
प्रयागराज: महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ रही है। बीते 25 दिनों में 40.68 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाकर ऐतिहासिक रिकॉर्ड बना दिया है। शुक्रवार को 94 लाख श्रद्धालुओं के स्नान के साथ यह स्वर्णिम उपलब्धि हासिल हुई। महाकुंभ अभी 19 दिन और जारी रहेगा, और संभावना है कि यह आंकड़ा 50 करोड़ तक पहुंच सकता है।
तीसरे चरण के लिए परिवहन निगम की 3050 बसें तैयार-
श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम 8 से 27 फरवरी तक 3050 विशेष बसें चलाएगा। ये बसें अस्थायी बस स्टेशनों से संचालित होंगी, जिससे यात्रियों को आने-जाने में आसानी होगी।
उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से महाकुंभ में तैनात अधिकारियों, कर्मचारियों और चालक-परिचालकों के कार्यों की सराहना की। उन्होंने 12 और 26 फरवरी को होने वाले अमृत स्नान के दौरान अधिक सक्रियता बरतने के निर्देश भी दिए।
निगम के प्रवक्ता अमरनाथ सहाय ने बताया कि 26 जनवरी से 7 फरवरी तक की समीक्षा में मेला ड्यूटी में तैनात क्षेत्रीय प्रबंधकों, सेवा प्रबंधकों, सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों और चालक-परिचालकों के कार्यों की प्रशंसा की गई।
श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड तोड़ संख्या
महाकुंभ में इस बार उत्तर प्रदेश सरकार ने 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आगमन का अनुमान जताया था, लेकिन केवल 25 दिनों में ही यह आंकड़ा पार हो गया। अब महाकुंभ के शेष 19 दिनों में यह संख्या 50 करोड़ से अधिक पहुंचने की संभावना है।
अब तक प्रमुख स्नान पर्वों पर श्रद्धालुओं की संख्या:
-मकर संक्रांति (14-15 जनवरी): 3.5 करोड़
- मौनी अमावस्या (29 जनवरी): 7.64 करोड़ (रिकॉर्ड)
- तीसरा अमृत स्नान (3 फरवरी): 2.57 करोड़
- अब तक कुल स्नानार्थी: 40.68 करोड़
महाकुंभ का ऐतिहासिक आयोजन जारी-
महाकुंभ 26 फरवरी तक चलेगा। प्रशासन की ओर से यातायात, सुरक्षा और स्नान घाटों पर व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। देश-दुनिया से श्रद्धालु बड़ी संख्या में प्रयागराज पहुंच रहे हैं, जिससे यह आयोजन एक ऐतिहासिक अध्याय बन गया है।