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शीतकाल में खुला पंच केदार का द्वार, ओंकारेश्वर धाम में अद्भुत दिव्य दर्शन

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रूद्रप्रयाग, उत्तराखण्ड

उत्तराखण्ड के रूद्रप्रयाग जनपद में स्थित ऊखीमठ का ओंकारेश्वर धाम इन दिनों श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। चारधाम की शीतकालीन पड़ावों में शामिल यह धाम इसलिए अद्वितीय है क्योंकि इसे पंच केदार का पंच गद्दीस्थल कहा जाता है। मान्यता है कि यहां पंचमुखी विग्रह के रूप में भगवान शिव के पांचों केदार—केदारनाथ, मध्यमेश्वर, तुंगनाथ, रुद्रनाथ और कल्पेश्वर—एक साथ दर्शन देते हैं।

एक ही स्थान पर पंच केदार के दर्शन

हिमालय की दुर्गम चोटियों पर बसे पंच केदार तक पहुंचना जहां कठिन माना जाता है, वहीं ओंकारेश्वर धाम श्रद्धालुओं को बड़ी सुविधा देता है। यह वही पावन स्थल है जहां बाबा केदारनाथ और द्वितीय केदार बाबा मध्यमेश्वर शीतकाल में विराजमान होते हैं। यही कारण है कि सर्दियों में जब ऊंचाई वाले धामों के कपाट बंद हो जाते हैं, तब भी श्रद्धा की धारा ओंकारेश्वर धाम में निरंतर बहती रहती है।

दुर्गम यात्रा का सरल विकल्प

पंच केदार यात्रा में केदारनाथ (16 किमी), मध्यमेश्वर (23 किमी), तुंगनाथ (3.5 किमी), रुद्रनाथ (19 किमी) और कल्पेश्वर (1 किमी) तक लंबी पैदल यात्रा करनी पड़ती है। इसके विपरीत ओंकारेश्वर धाम सड़क मार्ग से सीधे जुड़ा हुआ है, जिससे बुजुर्ग, महिलाएं और परिवार के साथ आने वाले श्रद्धालु भी आसानी से दर्शन कर सकते हैं।

शीतकाल में भी सुहावना मौसम

शीतकाल में ऊखीमठ का मौसम अपेक्षाकृत सुहावना रहता है। श्रद्धालु यहां बर्फबारी का आनंद भी ले सकते हैं। हालांकि ठंड को देखते हुए गर्म कपड़े और आवश्यक दवाएं साथ रखने की सलाह दी जाती है।

खाने-ठहरने की बेहतर व्यवस्था

ओंकारेश्वर धाम में श्रद्धालुओं के लिए होटल, लॉज, होम-स्टे और धर्मशालाएं बड़ी संख्या में उपलब्ध हैं। सुविधाओं के कारण यहां रुकना आसान और सुरक्षित माना जाता है। ऋषिकेश से रुद्रप्रयाग होते हुए करीब 180 किमी सड़क मार्ग से श्रद्धालु सीधे ऊखीमठ पहुंच सकते हैं।

शीतकालीन पर्यटन को मिलेगी नई रफ्तार

राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष में 9 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान के बाद शीतकालीन यात्रा को नई गति मिलने की उम्मीद है। प्रदेश सरकार भी शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में सक्रिय हो गई है, जिससे आने वाले समय में ओंकारेश्वर धाम की महत्ता और अधिक बढ़ने की संभावना है।

आस्था, सुविधा और आध्यात्मिक अनुभव—तीनों का संगम है ओंकारेश्वर धाम

यदि आप पंच केदार के दर्शन का सपना देखते हैं, तो ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर धाम आपके लिए सबसे सहज और दिव्य विकल्प बन सकता है।