देहरादून, उत्तराखण्ड
यूनेस्को ने महिला सशक्तीकरण और छात्राओं की शिक्षा के क्षेत्र में उत्तराखण्ड के कामों की प्रशंसा की है, जी हां, यूनेस्को के इंस्टीट्यूट फॉर इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इन एजुकेशन (IITE) ने अपनी नई वैश्विक गाइड में उत्तराखण्ड SCERT के प्रयासों को एक केस स्टडी के रूप में शामिल किया है। SCERT वही संस्था है जो राज्य के स्कूलों के लिए पूरा पाठ्यक्रम मॉडल तैयार करती है। बता दें यूनेस्को ने एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें बताया गया है कि कैसे माध्यमिक और व्यवसायिक शिक्षा में लैंगिक समानता और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को मिलाकर शिक्षा को और बेहतर बनाया जा सकता है। इस रिपोर्ट में दुनिया के कई देशों की नई और अच्छी पहलें शामिल हैं, और भारत की ओर से इसमें केवल उत्तराखण्ड SCERT की मेहनत को जगह दी गई है। वही पिछले पाँच सालों में SCERT उत्तराखण्ड ने छात्राओं को आधुनिक तकनीकी शिक्षा से जोड़ने के लिए कई नए काम शुरू किए। इनमें शामिल है। जैसे सूचना और संचार प्रौद्योगिकी मेले, नवाचार चुनौतियाँ , टेक्नो-फेस्ट आदि। इन कार्यक्रमों की मदद से छात्राओं में तकनीकी आत्मविश्वास और तकनीक सीखने की क्षमता तेजी से बढ़ी और लड़कियों की स्कूलों में भागीदारी बढ़ी, साथ ही वह भविष्य की डिजिटल दुनिया के लिए भी तैयार हो रही हैं।
क्या है SCERT
राज्य में शिक्षा के सुधार और विकास के लिए जिम्मेदार एक प्रमुख सरकारी संस्था है, जो पाठ्यक्रम विकास, शिक्षक प्रशिक्षण और शैक्षिक अनुसंधान पर केंद्रित है, और स्कूल शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए काम करती है।



