खजुराहो।
- खजुराहो नृत्य महोत्सव में 139 नर्तकों के दल के 18 समूहों में भरतनाट्यम, कथक, कुचिपुड़ी एवं ओडिसी शास्त्रीय नृत्यों की लगातार 24 घंटे से अधिक समय तक चली अनूठी प्रस्तुति ने सबको मंत्रमुग्ध करते हुए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपनी उपस्थिति दर्ज की
- कलाकारों ने लगातार 24 घंटे 9 मिनट और 26 सेकंड तक शास्त्रीय नृत्य कर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। महोत्सव में शास्त्रीय नृत्य मैराथन (रिले) के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी दिया। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का प्रयास 19 फरवरी 2025 दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर शुरू हुआ
विश्व प्रसिद्ध खजुराहो नृत्य महोत्सव के 51वें संस्करण का शुभारंभ गुरुवार को ऐतिहासिक नगरी खजुराहो में हुआ। खजुराहो नृत्य महोत्सव में 139 नर्तकों के दल के 18 समूहों में भरतनाट्यम, कथक, कुचिपुड़ी एवं ओडिसी शास्त्रीय नृत्यों की लगातार 24 घंटे से अधिक समय तक चली अनूठी प्रस्तुति ने सबको मंत्रमुग्ध करते हुए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपनी उपस्थिति दर्ज की। यह न केवल खजुराहो, बल्कि भारतीय संस्कृति की भी दिव्य अभिव्यक्ति है।
कलाकारों ने लगातार 24 घंटे 9 मिनट और 26 सेकंड तक शास्त्रीय नृत्य कर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया। महोत्सव में शास्त्रीय नृत्य मैराथन (रिले) के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी दिया। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का प्रयास 19 फरवरी 2025 दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर शुरू हुआ। 139 कलाकारों ने लगातार प्रस्तुति देकर 20 फरवरी के दिन अंजाम तक पहुंचाया।
देश भर से अपनी नृत्य कला का प्रदर्शन करने खजुराहो पहुंचे थे। इन कलाकारों ने कथक, भरतनाट्यम, कुचिपुड़ी, मोहिनीअट्टम, ओडिसी नृत्यों की प्रस्तुति दी। वृहद शास्त्रीय नृत्य मैराथन (रिले) की अंतिम प्रस्तुति भरतनाट्यम की थी।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दी बधाई
ऐतिहासिक उपलब्धि पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बधाई दी। कलाकारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह आयोजन हमारी सांस्कृतिक विरासत का सबसे महत्वपूर्ण प्रतीक है। भारतीय संस्कृति की इस अद्भुत प्रस्तुति ने दुनिया को हमारी परंपराओं की समृद्धि से परिचित कराया है। ईश्वर की साधना को समर्पित वृहद शास्त्रीय नृत्य मैराथन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड से नृत्य साधकों का मान बढ़ेगा। यह देश की संस्कृति और नृत्यसाधकों के लिए गौरव का क्षण है।