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43 साल बाद खुला गौरीशंकर मंदिर का गर्भगृह, मिली मूर्तियां

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- 1980 के दंगों में पुजारी की हत्या के बाद मंदिर को बंद कर दिया गया था

- पुजारी के पोते की अर्जी पर प्रशासन ने खोला मंदिर

मुरादाबाद। संभल के बाद अब मुरादाबाद के मंदिरों का भाग्योदय हो रहा है। 43 साल के बाद मुरादाबाद के झब्बू का नाला मोहल्ले में गौरीशंकर मंदिर का गर्भगृह खोला गया। इसमें शिवलिंग मिला है। 1980 के दंगों के बाद बंद इस मंदिर को पुजारी के पोते की अर्जी पर जिला प्रशासन ने इसे खोला।

मुरादाबाद के झब्बू का नाला मोहल्ले में स्थित गौरीशंकर मंदिर का गर्भगृह 43 साल बाद सोमवार को खोल दिया गया। 1980 के दंगों के दौरान पुजारी की हत्या के बाद मंदिर को बंद कर दिया गया था। मंदिर के पुजारी के पोते ने डीएम को अर्जी देकर इसे दोबारा खुलवाने की मांग की थी।

प्रशासन ने तीन दिन पहले मौके का निरीक्षण कर मंदिर की स्थिति का आकलन किया। सोमवार को पुलिस और प्रशासन की कड़ी सुरक्षा के बीच मंदिर की दीवारों को तोड़कर खोदाई शुरू की गई। खोदाई में मंदिर के गर्भगृह से मूर्तियां मिली हैं। मंदिर के आसपास सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।

प्रशासन का कहना है कि मंदिर को जल्द ही पूरी तरह से पूजा-पाठ के लिए खोला जाएगा। वर्षों से बंद इस मंदिर के खुलने से क्षेत्रवासियों में उत्सुकता बढ़ गई है।