- शांति व्यवस्था कायम, 15 साल पहले भी हुआ था विवाद
- शिवलिंग को खंडित करने का आरोप लगाते हुए हिंदू पक्ष ने घेराव की मांग की
जौनपुर। नगर कोतवाली क्षेत्र के मुल्ला टोला में कब्रिस्तान में मिले शिवलिंग को लेकर माहौल गर्म है। हालांकि, पुलिस और प्रशासन की सतर्कता से स्थिति पूरी तरह से शांतिपूर्ण बनी हुई है। शिवलिंग स्थल पर दोनों पक्षों की ओर से शांति बनाए रखने के विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।
15 साल पुराना विवाद फिर उठा -
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह विवाद कोई नया नहीं है। करीब 15 साल पहले भी शिवलिंग को लेकर विवाद हुआ था, जिसे आपसी समझौते से सुलझाया गया था। राधेश्याम नामक निवासी ने बताया कि उस समय पीपल के पेड़ के पास से निकले शिवलिंग को घेरने को लेकर तनाव हुआ था। शाही ईदगाह के पेशे इमाम मौलाना जफर अहमद सिद्दीकी की मध्यस्थता में हुए समझौते में तय किया गया था कि स्थल पर किसी भी प्रकार का पक्का निर्माण नहीं किया जाएगा। वहीं, शिवलिंग की पूजा करने की अनुमति दी गई थी, लेकिन वर्तमान स्थिति में किसी भी बदलाव की मनाही थी।
दोबारा विवाद के कारण मामला तूल पकड़ा -
हाल ही में शिवलिंग को खंडित करने का आरोप लगाते हुए हिंदू पक्ष ने घेराव की मांग की, जिससे मामला तूल पकड़ गया। तनाव को देखते हुए पुलिस और पीएसी की तैनाती कर दी गई।
कोतवाल मिथिलेश मिश्र ने बताया कि मुल्ला टोला स्थित शिवलिंग स्थल पर शांति व्यवस्था बनी हुई है। विवाद की गंभीरता को देखते हुए पुलिस बल तैनात है। प्रशासन का कहना है कि हर स्थिति पर पैनी नजर रखी जा रही है।
अब्दुल कलाम ने बताया कि 15 साल पहले के समझौते के तहत शिवलिंग के आसपास किसी भी प्रकार का पक्का निर्माण नहीं किया जाता और शव को दफनाने के बाद क्षेत्र को खुला छोड़ा जाता है। इस समझौते को अब तक मान्यता दी जाती रही है। फिलहाल, प्रशासन और स्थानीय लोग शांति बनाए रखने की कोशिश में जुटे हैं। शिवलिंग स्थल पर पुलिस और पीएसी के जवानों की मुस्तैदी से माहौल शांतिपूर्ण बना हुआ है।